जोधपुर. शहर में जालोरी गेट पर तीन मई की सुबह नमाज के बाद जो बवाल हुआ. उसके बाद कुछ तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हुए. इसमें एक पुलिसकर्मी खून से सना रुमाल सिर पर बांधता नजर आ रहा है. ये तस्वीरें अगले दिन अखबारों में प्रकाशित भी हुईं. लेकिन फिर इसे ट्रोल किया (Injured police Man Of Jodhpur Trolled ) जाने लगा. सोशल मीडिया पर इसे झूठ बताकर प्रचारित किया जा रहा है. कई पोस्ट्स ये जताने की कोशिश कर रहे हैं कि जानबूझकर पुलिस और मीडिया नेरेटिव सेट कर रही है. पुलिस ने ट्वीट कर अपना पक्ष रखा है.
सच में लगी थी चोट: सोशल मीडिया पर वायरल होते पोस्ट्स को पुलिस (Police Releases Fact On Jodhpur Violence) ने खारिज किया है. जोधपुर पुलिस आयुक्त कार्यालय ने इसके पीछे की सच्चाई ट्वीट के जरिए जाहिर की है. उस पूरे घटनाक्रम को बयां किया है. बताया है कि सरदारपुरा थाने के एएसआई धन्नाराम के सिर में पथराव से चोट आई थी. जिससे खून बहने लगा था. बहते खून को पोंछने के लिए एएसआई ने रुमाल निकाल कर सिर पर बांध लिया. इस दौरान खून उसके हाथ में लग गया.
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ASI ने लिखवाई रिपोर्ट: इसके बाद धन्नाराम ने सरदारपुरा थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट (Injured Jodhpur ASI Files Report) भी दी. इस घटना के अगले दिन से ही कुछ लोग सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मी पर चोट नहीं होने के बावजूद खून से सनी रुमाल बांधकर सहानुभूति लेने और घटनाक्रम को बढ़ाचढ़ाकर पेश करने के रूप में प्रचारित कर रहे थे. इसे कई नाम दिए जा रहे थे.