जोधपुर. बनाड थाना क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल की कक्षा 2 की 7 वर्षीय छात्रा के साथ दुष्कर्म मामले में शुक्रवार को राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल अचानक स्कूल पहुंची. बेनीवाल ने आरोपी के रहने की जगह देखने के लिए चाबी मांगी, तो प्रबंधन ने कहा कि चाबी उसके पास ही रह गई. इस पर कमरे को सील करवाया गया. इसी तरह से जिस बाथरूम में घटना हुई, उसे भी सील करवाया गया.
आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि स्कूल में कई तरह की अनियमिताएं मिली हैं. आरोपी के नियुक्ति पत्र भी अपूर्ण हैं. प्रबंधन ने बताया कि छोटी बालिकाओं को बाथरूम ले जाने के लिए महिला सहायक लगी है. लेकिन आज मौके पर पूछा, तो बताया कि छुट्टी पर है. सीसीटीवी की रिकार्डिंग लेकर पुलिस को दी गई है. उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में शिक्षा विभाग की कमेटी बनाई गई है. पुलिस को भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. इस मामले में आरोपी चपरासी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह पोर्न दिखाकर दुष्कर्म करता था.
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य पहुंची जोधपुरः ओसियां के रामनगर स्थित गंगानियों की ढाणी में हुई चार लोगों की हत्या में दो महिलाओं की मौत को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने प्रसंज्ञान लिया है. आयोग ने इसके लिए अपनी सदस्य डेलिना खिंगडूप को जोधपुर भेजा है. डेलिना ने बताया कि हत्याकांड में दो महिलाओं की भी मृत्यु हुई है. इसलिए आयोग ने प्रसंज्ञान लिया है. क्योंकि दो महिलाओं की हत्या कर जलाया गया है. इसकी जांच करने के लिए आई हूं.
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उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस से पूरी घटना की तथ्यात्मक रिपोर्ट भी ली है. इसके लिए सर्किट हाउस में कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और ग्रामीण एसपी धर्मेद्र सिंह के साथ बैठक भी की. गैंगरेप पर डेलिना ने बताया कि इसके लिए राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के लोग इनक्वायरी करने आए हैं. इसी मामले में 6 माह की मनीषा की हत्या को लेकर राष्ट्रीय बाल आयोग ने भी प्रसंज्ञान लेकर पुलिस से रिपोर्ट तलब की है. जबकि जेएनवीयू में गैंगरेप पर भी बाल आयोग ने जांच के लिए सदस्य नियुक्त किया है.
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गैंगरेप पीड़ित को 8,25,000 और पीड़ित लड़के को 25000 की आर्थिक सहायताः नाबालिग दुष्कर्म मामले में अब भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग के सदस्य सुभाष रामनाथ पारधी शुक्रवार को जोधपुर पहुंचे. उन्होंने पुलिस और प्रशासन की उच्च स्तरीय बैठक ली. बैठक में पुलिस एवम संबंधित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली और अभी तक हुई कार्यवाही का फीडबैक ले दिशा-निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि नाबालिग सामूहिक दुष्कर्म की इस घटना का राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग कड़ी निंदा करता है. ऐसे घटनाक्रम में मिलने वाली सहयोग राशि जो 8,25,000 रुपए है, एफआईआर दर्ज होने के बाद 50 प्रतिशत राशि हस्तांतरित कर दी गई है. वहीं पीड़ित छात्र को 25000 रुपए आर्थिक मदद दी जा रही है. आयोग के सदस्य ने 3 दिन में चालान पेश करने और मामले को फास्ट ट्रैक में चलाने के निर्देश दिए हैं.