जोधपुर. बाल सुधार आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने मंगलवार को जेएनवीयू गैंगरेप पीड़िता से बाल सुधार गृह में जाकर मुलाकात की. बेनीवाल ने बताया कि पीड़िता सदमे से उबर रही है. एक काउंसलर की नियुक्ति की गई है, जो युवती व युवक को सपोर्ट कर रहे हैं. वो अभी घर जाना नहीं चाहते हैं. फिलहाल पीड़िता के परिवार से अभी तक कोई नहीं आया है. गैंगरेप आरोपियों की जोधपुर जेल में शिनाख्त परेड की गई. वहीं, जोधपुर जेल में आरोपियों की शिनाख्त परेड की गई. इस दौरान युवक और युवती ने उनकी पहचान कर ली.
मंगलवार को जोधपुर सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान बेनीवाल ने कहा कि फिलहाल पीड़िता के परिवार से कोई भी व्यक्ति उससे मिलने नहीं आया है. मैंने खुद उसके परिजनों से बात की है, उनको समझाया है. वे उसके घर से निकलने की बात को लेकर नाराज हैं, लेकिन जल्दी ही वे जोधपुर आएंगे. बेनीवाल ने बताया कि पीड़िता के साथ आए युवक को भी बाल सुधार गृह में रखा गया है. उल्लेखनीय है कि शनिवार रात को अजमेर जिले के रहने वाले नाबालिग प्रेमी युवक-युवती जोधपुर पहुंचे थे. पावटा स्थित कृष्णा गेस्ट हाउस में रूम लिया, लेकिन वहां होटल मैनेजर द्वारा बदसलूकी करने पर रात को बाहर निकले. उसके बाद 3 युवकों ने उनके साथ दोस्ती की और रविवार अलसुबह ओल्ड कैंपस परिसर में नाबालिग युवती के साथ उसके प्रेमी के सामने दुष्कर्म किया था.
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एबीवीपी कार्यकर्ता की जानकारी प्रशासन ने दीः बेनीवाल ने दोहराया कि आरोपी एबीवीपी का प्रचार करने के लिए आए थे, जिन्होंने यह कृत्य किया. जब उनसे पूछा गया कि अभी चुनाव की तारीख घोषित नहीं हुई है, उम्मीदवार मैदान में नहीं है, तो संगठन का नाम कहां से आया? इस पर बेनीवाल ने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने उनको यह बताया कि आरोपी एबीवीपी कार्यकर्ता हैं. अध्यक्ष ने कहा कि मैंने सभी जिम्मेदारों से तथ्यात्मक रिपोर्ट भी मांगी है. बेनीवाल ने कहा कि इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए बाल आयोग जल्दी प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान, कोचिंग संस्थानों के साथ बैठकर बात करेगा. एक एसओपी बनाई जाएगी, जिसकी पालना अनिवार्य होगी.
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शेखावत को दिया जवाबः बेनीवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुझ पर आरोप लगाया कि मैंने उनको लेकर टिप्पणी की है. जबकि मैंने गैंगरेप से जुड़े अपने बयान में उनका नाम नहीं लिया था. अनावश्यक मुझे टारगेट किया गया. उन्होंने कहा कि मैं सात वर्ष की बालिका के साथ हुई घटना पर मौन रही. शायद उनको मेरी आवाज तीन आरोपी छात्र पर बोलने ही सुनाई दी. जबकि मैं चार साल से हर प्रकरण पर बिना किसी भेदभाव के बात करती हूं. लेकिन अब मैं यह पूछना चाहती हूं कि उन्होंने उस समय क्या किया, जब उनके काफिले के चपेट ने आने से युवक की मौत हो गई. आसोप में एबीवीपी कार्यकर्ता रेप केस में पकड़ा गया. अब वो क्या जवाब देंगे? उन्होंने पीड़िता के भविष्य को लेकर क्यों कुछ नहीं कहा?
आरोपियों की जेल में हुई शिनाख्त परेडः जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पुराना परिसर में रविवार को हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस ने बापर्दा गिरफ्तार किए गए तीनों मुख्य आरोपियों की मंगलवार को जोधपुर जेल में शिनाख्त परेड कराई. इसके लिए पीड़ित युवती व उसके साथी युवक को बाल सुधार गृह से जेल लाया गया. जहां प्रशासनिक अधिकारी नीरज मिश्रा के समक्ष दोनों ने आरोपियों समंदर सिंह, धर्मपाल सिंह, भट्टन सिंह और गेस्ट हाउस मैनेजर सुरेश जाट की पहचान की. इस दौरान आरोपियों ने अपने चेहरे झुकाए रखे.
पाइप पर चल कर पहुंचे थे हॉकी मैदानः शनिवार रात को जब युवक-युवती जोधपुर पहुंचे और उन्होंने कृष्णा गेस्ट हाउस में कमरा लेना चाहा, तो सुरेश ने कमरा देने से इंकार कर दिया और नाबालिग को कहा कि 12ः30 बजे बाद आना. वापस आने पर कमरे दिए, लेकिन बदनीयती के चलते बाहर आना पड़ा. उसके बाद तीनों आरोपी पावटा में मिले. कोल्ड ड्रिंक पिलाई, चिप्स खिलाए. भरोसे में लिया. उसके बाद रेल लाइन के सहारे स्टेशन के लिए रवाना हुए. बीच रास्ते में हॉकी मैदान की टूटी दीवार आई, तो तीनों आरोपियों ने युवक-युवती को कहा कि कुछ रुक कर चलते हैं. अभी रात है. दीवार पार करने के लिए 20 फीट चौड़ा नाला क्रॉस करना होता है, जिस पर एक बड़ा पाइप लगा है. जिस पर अंधेरे में पांचों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ चल कर पार किया. मैदान में पहुंचते ही आरोपी युवती पर झपट पड़े थे.
इसी सप्ताह चालान पेश करने की तैयारीः इस मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है, जिसकी अगुवाई जांच अधिकारी एडीसीपी निशांत भारद्वाज कर रहे हैं. उनकी टीम प्रकरण से जुड़े सभी तथ्य जुटा चुकी है. आने वाले एक-दो दिनों में संपूर्ण ब्यौरा एकत्र कर इसी सप्ताह में न्यायालय में आरोपियों के विरुद्ध चालान पेश करने की तैयारी है. पुलिस न्यायालय से आग्रह करेगी कि मामला फास्ट ट्रैक अदालत में चलाया जाए.