जोधपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल शनिवार को जोधपुर दौरे पर रहे. इस दौरान सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बजट को लेकर प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश की विधानसभा में जो बजट पेश किया गया वह लीक हो गया था. मुख्यमंत्री 8 मिनट तक पुराना बजट पढ़ते रहे, यह दर्शाता है कि अधिकारी ही सरकार चला रहे हैं. गहलोत कुर्सी बचाने में लगे हैं जबकि सरकार वेंटिलेटर पर है.
बेनीवाल ने कहा कि इस बजट में आम आदमी को सहूलियत देने के लिए कई घोषणाएं हुईं लेकिन मुख्यमंत्री ने बजरी की दरें कम करने के लिए कोई घोषणा नहीं की. बजरी माफिया सरकार पर हावी है और वह सरकार चला रहा है. उन्होंने कहा कि चिरंजीवी योजना में बढ़ोतरी और 500 रुपए में सिलेंडर देने की योजना अच्छी है, घोषणा तो कर दी लेकिन इसके पालना कैसे होगी? इसके लिए बजट कहां से आएगा? गहलोत येन केन प्रकारेण सरकार बचाए रखना चाहते हैं. भाजपा अपनी बारी का इंतजार कर रही है. हमारी मांग है कि इसी बजट सत्र में बजरी की दरें कम हो और टोल मुक्त राजस्थान बने.
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केंद्र के बजट ने भी किया निराश : बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश से पहले केंद्र का बजट आया था, उससे भी राजस्थान को निराशा ही हाथ लगी है. उस बजट में राजस्थान के हिस्से कोई विशेष घोषणा नहीं आई. मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में प्रदेश से पांच मंत्री हैं, इसके बावजूद कोई भी बड़ी घोषणा करवाने में सफल नहीं हो पाया. हमने केंद्र से आयकर की छूट 10 लाख तक बढ़ाने की मांग की है. बेनीवाल ने कहा कि लोकसभा में अडानी का नाम कोई नहीं ले सकता क्योंकि वह देश चला रहा है. सरकार भाजपा के अलावा अन्य पार्टी के सांसदों के काम नहीं करती है.
इस बार ओसियां से भी लड़ेंगे चुनाव : बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के नेता सरकार बचाने में लगे हैं और भाजपा आने का इंतजार कर रही है. जनता भी परिवर्तन के मूड़ में है. हम प्रदेश की 150 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि इस बार वे ओसियां से भी चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार दूसरे को जीता दिया था इस बार हिसाब बराबर हो जाएगा. बेनीवाल ने कहा कि मारवाड़ की 42 सीटों पर उम्मीदवार उतरेंगे. बता दें कि ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा और बेनीवाल के बीच जुबानी जंग लंबे समय से चल रही है. गत विधानसभा चुनाव में बेनीवाल ने ओसियां से अपने पार्टी का उम्मीदवार नहीं उतारा था. इसीलिए बेनीवाल दावा करते हैं कि इसका फायदा दिव्या मदेरना को मिला है. इस बार अपना उम्मीदवार उतारेंगे.