ETV Bharat / state

अस्पतालों में दोपहर बाद तक लगी रही कतारें, हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं रही ठप - राजस्थान

जोधपुर में मेडिकल कॉलेजों के 400 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर्स सोमवार के दिन हड़ताल पर रहे. पश्चिम बंगाल से उपजे डाक्टर्स के साथ मारपीट विवाद से देशभर के चिकित्सकों में आक्रोश है. इसका असर जोधपुर के अस्पतालों में भी दिखाई दिया.

जोधपुर से डॉक्टर्स की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं ठप
author img

By

Published : Jun 17, 2019, 5:19 PM IST

जोधपुर. पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स के साथ बदसलूकी व पिटाई के विरोध में सोमवार को देशभर के डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. इसका असर जोधपुर में भी देखा गया जहां डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के 400 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं. हड़ताल में सेवारत डॉक्टर्स ने भी समर्थन दिया है. इससे स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी रही और मरीज दिनभर परेशान रहे.

एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर व स्वास्थ्य विभाग के सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल के चलते सोमवार को विभागीय सेवाएं पटरी से उतर गई. स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में तो असर नहीं दिखा लेकिन मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में दोपहर बाद तक परामर्श के लिए मरीजों की कतारें लगी रही. यही कारण था कि दोपहर ढाई बजे के बाद भी परामर्श और चिकित्सकीय जांच के लिए कतारें लगी रहीं. अस्पतालों में सिर्फ इमरजेंसी मामले ही देखे गई जबकि कई ऑपरेशन तक टाल दिए गए.

जोधपुर से डॉक्टर्स की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं ठप

पश्चिम बंगाल के डॉक्टर के समर्थन में डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के 400 रन डॉक्टर सोमवार को काम पर नहीं आए. इसके चलते सुबह 8 बजे से ही मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वार्ड में नियमित राउंड के समय भी डॉक्टर्स दिखाई नहीं दिए. साथ ही दोपहर बाद आपातकालीन सेवा में भी इस हड़ताल के चलते प्रभावित रही. इक्का-दुक्का दुक्का डॉक्टर ही इमरजेंसी की सेवाएं दे रहे थे. रेजिडेंट डॉक्टर द्वारा संचालित होने वाली सिटी स्कैन व एमआरआई जांच व्यवस्था तो पूरी तरह से ठप नजर आई.

जोधपुर. पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स के साथ बदसलूकी व पिटाई के विरोध में सोमवार को देशभर के डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. इसका असर जोधपुर में भी देखा गया जहां डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के 400 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं. हड़ताल में सेवारत डॉक्टर्स ने भी समर्थन दिया है. इससे स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी रही और मरीज दिनभर परेशान रहे.

एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर व स्वास्थ्य विभाग के सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल के चलते सोमवार को विभागीय सेवाएं पटरी से उतर गई. स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में तो असर नहीं दिखा लेकिन मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में दोपहर बाद तक परामर्श के लिए मरीजों की कतारें लगी रही. यही कारण था कि दोपहर ढाई बजे के बाद भी परामर्श और चिकित्सकीय जांच के लिए कतारें लगी रहीं. अस्पतालों में सिर्फ इमरजेंसी मामले ही देखे गई जबकि कई ऑपरेशन तक टाल दिए गए.

जोधपुर से डॉक्टर्स की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं ठप

पश्चिम बंगाल के डॉक्टर के समर्थन में डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के 400 रन डॉक्टर सोमवार को काम पर नहीं आए. इसके चलते सुबह 8 बजे से ही मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वार्ड में नियमित राउंड के समय भी डॉक्टर्स दिखाई नहीं दिए. साथ ही दोपहर बाद आपातकालीन सेवा में भी इस हड़ताल के चलते प्रभावित रही. इक्का-दुक्का दुक्का डॉक्टर ही इमरजेंसी की सेवाएं दे रहे थे. रेजिडेंट डॉक्टर द्वारा संचालित होने वाली सिटी स्कैन व एमआरआई जांच व्यवस्था तो पूरी तरह से ठप नजर आई.

Intro:डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर के 400 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर, सेवारत डॉक्टर्स ने भी दिया समर्थन। स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतरी मरीज हुए परेशान


Body:जोधपुर ।एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर व स्वास्थ्य विभाग के सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल के चलते सोमवार को विभागीय सेवाएं पटरी से उतर गई ।स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में तो कुछ भी नहीं हुआ, तो मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में दोपहर बाद तक परामर्श के लिए मरीजों की कतारें लगी रही ओपीडी में अंदर बैठे डॉक्टर भी परेशान रहे क्योंकि जहां प्रतिदिन चार से पांच साहेब डॉक्टर के साथ में मरीजों को परामर्श देते हैं सोमवार को अकेले ही थे। यही कारण था कि दोपहर ढाई बजे के बाद भी परामर्श और चिकित्सकीय जांच के लिए कटारे लगी रही। अस्पतालों में सिर्फ इमरजेंसी कहीं ऑपरेशन हुए हैं प्लान सर्जरी लगभग टाल दी गई।


Conclusion:पश्चिम बंगाल के डॉक्टर के समर्थन में डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के 400 रन डॉक्टर सोमवार को काम पर नहीं आए इसके चलते हैं सुबह 8:00 बजे से ही मरीजों की परेशानी शुरू हो गई वार्ड में राउंड बी सी डी डॉक्टर ने के लिए उसके बाद दोपहर में आपातकालीन सेवा में भी इस हड़ताल का असर नजर आया जहां इक्का-दुक्का दुक्का डॉक्टर ही इमरजेंसी की सेवाएं दे रहे थे। रेजिडेंट डॉक्टर द्वारा संचालित होने वाली सिटी स्कैन व एम आर आई जांच व्यवस्था तो पूरी तरह से ठप सी हो गई।
सभी बाईट मरीजों की।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.