लोहावट (जोधपुर). राजस्थान में लोहावट विधानसभा के लोहावट, देचू, आऊ और बापिणी पंचायत समिति के लिए हुए चुनावों के बाद अब चारों पंचायत समिति में प्रधान पद के लिए भाजपा और कोंग्रेस ने अपने-अपने समीकरणों को साधने व प्रत्याशियों की सेंधमारी के डर के चलते चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों को बाड़ेबंदी में रखने का फैसला किया है. लोहावट की बात करें तो यहां प्रधान पद के लिए भाजपा-कांग्रेस में कड़ा मुकाबला है.
कांग्रेस पार्टी ने जहां जोधपुर में दो अलग-अलग रिसोर्ट में लोहावट, देचू व आऊ, बापिणी के पंचायत समिति के प्रत्याशियों को रखा है वहीं भाजपा ने देचू क्षेत्र के एक रिसोर्ट में अपने चारों पंचायत समिति क्षेत्र के प्रत्याशियों को रखा है. हालांकि, दोनों ही प्रमुख पार्टियां कांग्रेस और भाजपा ने अपने सभी प्रत्याशियों को सेंधमारी के डर से बाड़ेबंदी में रखे जाने की खबरों को निराधार बताया है.
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दोनों पार्टियों ने इसे पार्टी की रीती-नीति सिखाने व चुनावी मतगणना के लिए कार्यशाला का नाम दिया है. रिसोर्ट में रुके हुए दोनों दलों के प्रत्याशि चुनावी थकान व तनाव को दूर करने के लिए स्वीमिंग, संगीत और खाने का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं. लोहावट विधायक किसनाराम विशनोई व पूर्व कैबिनेट मंत्री गजेन्द्र सिंह खिंवसर ने चारों पंचायत समिति में अपने-अपने दलों के प्रधान बनाने का दावा किया है.