फलोदी (जोधपुर). जिले के फलोदी कस्बे में कुटिया में हरियाणा निवासी एक संत की हत्या के मामले में मृतक के परिजनों ने नामजद आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी. फिलहाल पुलिस अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
विनोद स्वामी ने अपने ही गांव के हनुमान पुत्र दीपाराम जाट पर हत्या का आरोप लगाते हुए नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट के मुताबिक हनुमान के भाई बंधुओं पर जमीन विवाद को लेकर केस किया हुआ था. आरोपी हनुमान एक महीने से संत के साथ कुटिया में ही रह रहा था. मौका देखकर उसने महावीर प्रसाद की हत्या कर दी और कुटिया में ताला लगाकर भाग गया.
20 सालों से कुटिया में रह रहे थे महावीर प्रसाद
मृतक के बड़े बेटे विनोद स्वामी ने बताया कि उसके पिता महावीर प्रसाद स्वामी करीब 20 सालों से यहीं कुटिया बनाकर रहते थे और भगवान की भक्ति करते थे. समय समय पर घर आते रहते थे, लेकिन पिछले एक महीने से वो घर नहीं आए थे. कल वहां रहने वाले किसी व्यक्ति ने उन्हें सूचना दी कि कुटिया पर ताला लगा हुआ है. इसके बाद वे जब सुबह कुटिया पहुंचे तो कुटिया से बदबू आ रही थी. ताला तोड़कर अंदर देखा तो खून से सनी लाश पड़ी थी. मृतक के शरीर पर जगह जगह चोट के निशान थे.
शुक्रवार को हुई थी हत्या
कुटिया से बुरी तरह बदबू आ रही थी, जिससे लगा कि शव दो दिन पुराना है. पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया. शव की हालत खराब हो जाने पर फलोदी में ही अंतिम संस्कार कर दिया.