जोधपुर. जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर उसका गुर्गा बनकर वसूली के लिए लोगों को धमकाने वाले युवक को जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हाल ही में शास्त्री नगर और रातानाडा थाना क्षेत्र में इस तरह की दो घटनाएं सामने आई थी. जिसके बाद पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए आरोपी को धर दबोचा है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बेरोजगार था उसे लगा कि लॉरेंस का नाम लेकर वह मोटी रकम प्राप्त कर सकता है जबकि उसका लॉरेंस से कोई लेना देना नहीं है.
डीसीपी डा अमृता दुहन ने बताया कि आरोपी कि पहचान 28 वर्षीय हरिराम उर्फ हरीश के रूप में हुई है. वह फलोदी जिला का निवासी है. आरोपी हरीश ने रातानाडा क्षेत्र ने एक बिल्डर और शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में एक ज्वेलर की पत्नी को फोन पर धमकी देकर 50 -50 लाख रुपए मांगे थे. उसके बाद पुलिस की टीमों का गठन किया गया और उसके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाकर उसकी लोकेशन का पता लगाया गया. पुलिस ने उसे सूरत से दस्तयाब कर गिरफ्तार किया है. फिलहाल उससे पूछताछ किया जा रहा है. हरिराम के खिलाफ पहले तीन आपराधिक मामले अलग अलग थानों ने दर्ज हैं.
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लॉरेंस के नाम से डरते है इसलिए लिया नाम : डीसीपी ने बताया कि आरोपी हरिराम विश्नोई ने गूगल के माध्यम से शहर के बड़े व्यवसाययों के नाम और नंबर ढूंढे. जिनमें उसे रातानाडा के एक बिल्डर और शास्त्री नगर नगर क्षेत्र के एक ज्वेलर के नंबर मिले. जिन पर उसने फोन कर धमकी देकर रुपए मांगे. पुलिस ने बताया कि आरोपी का कोई काम नहीं चल रहा था. वह पूरी तरह से बेरोजगार था ऐसे में उसने लॉरेंस के नाम का सहारा लिया जबकि उसका लॉरेंस गैंग से कोई कनेक्शन नहीं है.
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यह था मामला : 16 सितंबर को आरोपी हरिराम बिश्नोई ने शास्त्री नगर निवासी महिला जिसके नाम से ज्वेलरी का कारोबार होता है. उसे और रातानाडा निवासी बिल्डर को धमकी देकर 50 लाख रुपए मांगे. आरोपी ने व्हाट्सएप कॉल कर कहा था कि मेरा आदमी रुपए लेने आएगा अगर रुपए नहीं दिए तो उन्हें उठा कर ले जाएंगे. उसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे और पुलिस को रिपोर्ट दी. पुलिस कमिश्नर कमिश्नर रवि दत्त गौड़ ने इस मामले के लिए शास्त्री नगर और रातानाडा थाना अधिकारी के नेतृत्व टीम बनाकर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए थे.