जोधपुर. शहर के वार्ड न 17 नट बस्ती में सड़क निर्माण लंबे समय से पूरा नहीं होने को लेकर आज बुधवार को क्षेत्रवासियों का गुस्सा फूट पड़ा. मुख्य सडक पर जाम लगाकर लोगों ने अपना विरोध जताया साथ ही पत्थर भी फेंके. लेकिन बाद में उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया गया. विरोध जताते हुए लोगों ने सड़क पर चाय बनाई. लोगों का कहना है कि हम अपनी बात प्रशासन को बताना चाहते हैं। क्योंकि खोदी हुई सड़क पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. कई लोगों के हाथ पैर टूट गए हैं. प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर स्थानीय पार्षद पूजा पारिक भी मौके पर पहुंचीं. उन्होंने बताया कि छह माह से वह जेडीए के अधिकारियों से लगातार अनुरोध कर रही है कि काम को जल्द से जल्द पूरा करवाइए. अब अधिकारी कह रहे हैं कि आदर्श आचार संहिता लग गई है. बता दें कि आचार संहिता दो दिन पूर्व ही लगी है. हालांकि यह काम छह माह पहले शुरू हुआ था, लेकिन अधिकारी अब सुनने को कतई तैयार नहीं हैं. अगर जल्दी काम शुरू नहीं हुआ तो हम बड़ा प्रदर्शन करेंगे. क्योकि आए दिन लोग इस सड़क से परेशान हैं. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं.
अंतिम यात्रा में गिर कर घायल हुए बुजुर्ग : सथानीय निवासी वासुदेव ने बताया कि सड़क नई बनाने के लिए सड़क को तोड़ा गया था. इसके बाद से जगह जगह पर गढ्ढे छोड़ दिए. क्षेत्रवासियों ने ही गड्ढे भरे जिससे आने जाने में उन्हें सुविधा हो सके. हाल ही में एक अंतिम यात्रा निकल रही थी. उस दौरान एक बुजुर्ग सड़क खराब होने की वजह से नीचे गिर पड़े जिससे उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया. अब तक ऐसे कई हादसे हो चुके हैं. इसको लेकर हमने स्थानीय पार्षद से भी इसकी शिकायत की. जिनकी अनुशंषा पर सड़क का काम शुरू हुआ था, लेकिन पार्षद कह रही है कि ठेकेदार उनकी सुन नहीं रहा है.
शहर में कई काम अधूरे : सोमवार यानी 9 अक्टूबर को प्रदेश में चुनाव की तारीख की घोषणा होने के साथ ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लग गई है. उसके बाद से शहर की कई गलियों में शुरू हुए काम रूक गए हैं. हालांकि उनके वर्क आर्डर आचार संहिता से पहले जारी कर दिए गए थे. लेकिन ठेेकेदारों ने काम रोक दिए हैं. जिसकी वजह से आगामी दिनों में ऐसे कई और विरोध के मामले समाने आ सकते हैं.
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