जोधपुर. राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर राज्य में कई जगहों पर बालिकाओं को बड़ी जिम्मेदारियां उदाहरणार्थ सौंपी जा रही हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को जोधपुर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सिवांची में भी यही नजारा देखने को मिला. इस स्कूल की भाविका रामचंद्रानी नाम की एक छात्रा को स्कूल प्रशासन ने बालिका दिवस के मौके पर एक दिन के लिए स्कूल का प्रिंसिपल बनाया.
क्यों बनाया गया प्रिंसिपल
असल में राजस्थान में बालिकाओं को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया जाता है. इसके लिए छात्रा भाविका रामचंद्रानी ने कक्षा 11 में टॉप किया था. इसलिए स्कूल प्रशासन ने उन्हें प्रिंसिपल की कुर्सी पर एक दिन बैठने का मौका दिया है. ताकि, छात्रा उस पद की जिम्मेदारियों को समझे और भविष्य में ऐसा मौका मिलने पर अपनी जिम्मेदारियों को निभाए.
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स्कूल के प्राचार्य ने क्या कहा
स्कूल के प्राचार्य किशोर कुमार ने इस मौके पर बताया कि पूरे स्कूल के स्टाफ ने भाविका को ही बालिका दिवस के लिए स्कूल की प्रिंसिपल बनाने के लिए तय किया था. क्योंकि उन्होंने कक्षा 11 में टॉप किया था. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के भी निर्देश थे कि राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कक्षा की टॉपर को ही स्कूल का प्राचार्य बनाया जाए. जिससे वह प्रधानाचार्य की जिम्मेदारियों को समझे और आगे चलकर सशक्त राष्ट्र के निर्माण में अपनी भागीदारी निभा सके.
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छात्रा ने क्या कहा
एक दिन की प्राचार्य बनाए जाने पर छात्रा भाविका ने इसके लिए स्कूल के स्टाफ और प्रधानाचार्य को धन्यवाद दिया और इस दौरान उन्होंने कहा कि एक दिन का प्रधानाचार्य बनकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. छात्रा ने कहा कि मुझे आज इस तरह का अवसर मिला कि भी मैं आगे जाकर इस कामयाबी के मुकाम को हासिल करूंगी. बता दें, 11 अक्टूबर को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है इस दिन सभी जगहों पर बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें इस तरह की जिम्मेवारियां दी जाती हैं.