ETV Bharat / state

जोधपुरः 11वीं क्लास की भाविका रामचंद्रानी बनीं एक दिन की प्रिंसिपल

बालिका दिवस के उपलक्ष्य में जोधपुर के सिंवाची स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्रा को स्कूल की एक दिन की प्रिंसिपल बनाया गया. जिससे बालिकाएं इन जिम्मेदारियों को समझें और आगे चलकर समाज में अपनी भागीदारी को निभा सकें.

बालिका दिवस,girl's Day
author img

By

Published : Oct 11, 2019, 5:53 PM IST

जोधपुर. राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर राज्य में कई जगहों पर बालिकाओं को बड़ी जिम्मेदारियां उदाहरणार्थ सौंपी जा रही हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को जोधपुर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सिवांची में भी यही नजारा देखने को मिला. इस स्कूल की भाविका रामचंद्रानी नाम की एक छात्रा को स्कूल प्रशासन ने बालिका दिवस के मौके पर एक दिन के लिए स्कूल का प्रिंसिपल बनाया.

स्कूल की छात्रा बनी एक दिन की प्रिंसिपल

क्यों बनाया गया प्रिंसिपल

असल में राजस्थान में बालिकाओं को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया जाता है. इसके लिए छात्रा भाविका रामचंद्रानी ने कक्षा 11 में टॉप किया था. इसलिए स्कूल प्रशासन ने उन्हें प्रिंसिपल की कुर्सी पर एक दिन बैठने का मौका दिया है. ताकि, छात्रा उस पद की जिम्मेदारियों को समझे और भविष्य में ऐसा मौका मिलने पर अपनी जिम्मेदारियों को निभाए.

पढ़ें. डेढ़ दशक बीत गया, अजमेर में इंदिरा गांधी की प्रतिमा को आज भी अनावरण के लिए किसी 'अपने' का इंतजार

स्कूल के प्राचार्य ने क्या कहा

स्कूल के प्राचार्य किशोर कुमार ने इस मौके पर बताया कि पूरे स्कूल के स्टाफ ने भाविका को ही बालिका दिवस के लिए स्कूल की प्रिंसिपल बनाने के लिए तय किया था. क्योंकि उन्होंने कक्षा 11 में टॉप किया था. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के भी निर्देश थे कि राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कक्षा की टॉपर को ही स्कूल का प्राचार्य बनाया जाए. जिससे वह प्रधानाचार्य की जिम्मेदारियों को समझे और आगे चलकर सशक्त राष्ट्र के निर्माण में अपनी भागीदारी निभा सके.

पढ़ें. डूंगरपुरः बकाया छात्रवृत्ति को लेकर विद्यार्थियों ने समाज कल्याण ऑफिस का किया घेराव

छात्रा ने क्या कहा

एक दिन की प्राचार्य बनाए जाने पर छात्रा भाविका ने इसके लिए स्कूल के स्टाफ और प्रधानाचार्य को धन्यवाद दिया और इस दौरान उन्होंने कहा कि एक दिन का प्रधानाचार्य बनकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. छात्रा ने कहा कि मुझे आज इस तरह का अवसर मिला कि भी मैं आगे जाकर इस कामयाबी के मुकाम को हासिल करूंगी. बता दें, 11 अक्टूबर को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है इस दिन सभी जगहों पर बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें इस तरह की जिम्मेवारियां दी जाती हैं.

जोधपुर. राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर राज्य में कई जगहों पर बालिकाओं को बड़ी जिम्मेदारियां उदाहरणार्थ सौंपी जा रही हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को जोधपुर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सिवांची में भी यही नजारा देखने को मिला. इस स्कूल की भाविका रामचंद्रानी नाम की एक छात्रा को स्कूल प्रशासन ने बालिका दिवस के मौके पर एक दिन के लिए स्कूल का प्रिंसिपल बनाया.

स्कूल की छात्रा बनी एक दिन की प्रिंसिपल

क्यों बनाया गया प्रिंसिपल

असल में राजस्थान में बालिकाओं को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया जाता है. इसके लिए छात्रा भाविका रामचंद्रानी ने कक्षा 11 में टॉप किया था. इसलिए स्कूल प्रशासन ने उन्हें प्रिंसिपल की कुर्सी पर एक दिन बैठने का मौका दिया है. ताकि, छात्रा उस पद की जिम्मेदारियों को समझे और भविष्य में ऐसा मौका मिलने पर अपनी जिम्मेदारियों को निभाए.

पढ़ें. डेढ़ दशक बीत गया, अजमेर में इंदिरा गांधी की प्रतिमा को आज भी अनावरण के लिए किसी 'अपने' का इंतजार

स्कूल के प्राचार्य ने क्या कहा

स्कूल के प्राचार्य किशोर कुमार ने इस मौके पर बताया कि पूरे स्कूल के स्टाफ ने भाविका को ही बालिका दिवस के लिए स्कूल की प्रिंसिपल बनाने के लिए तय किया था. क्योंकि उन्होंने कक्षा 11 में टॉप किया था. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के भी निर्देश थे कि राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कक्षा की टॉपर को ही स्कूल का प्राचार्य बनाया जाए. जिससे वह प्रधानाचार्य की जिम्मेदारियों को समझे और आगे चलकर सशक्त राष्ट्र के निर्माण में अपनी भागीदारी निभा सके.

पढ़ें. डूंगरपुरः बकाया छात्रवृत्ति को लेकर विद्यार्थियों ने समाज कल्याण ऑफिस का किया घेराव

छात्रा ने क्या कहा

एक दिन की प्राचार्य बनाए जाने पर छात्रा भाविका ने इसके लिए स्कूल के स्टाफ और प्रधानाचार्य को धन्यवाद दिया और इस दौरान उन्होंने कहा कि एक दिन का प्रधानाचार्य बनकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. छात्रा ने कहा कि मुझे आज इस तरह का अवसर मिला कि भी मैं आगे जाकर इस कामयाबी के मुकाम को हासिल करूंगी. बता दें, 11 अक्टूबर को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है इस दिन सभी जगहों पर बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें इस तरह की जिम्मेवारियां दी जाती हैं.

Intro:Body:
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर भाविका बनी 1 दिन की प्राचार्य

जोधपुर। राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर राज्य में कई जगह पर बालिकाओं को बड़ी जिम्मेदारियां उदाहरणार्थ सौंपी जा रही है इस कड़ी में जोधपुर में भी शुक्रवार को राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सिवांची गेट प्रथम पुलिया पर राष्ट्रीय बालिका दिवस मानते हुए विद्यालय की कक्षा ग्यारहवीं की कॉमर्स टॉपर रही छात्रा भाविका रामचंद्रानी को एक दिन के लिए प्रधानाचार्य कार्य सौंपा गया। जिससे कि वह प्रधानाचार्य की कार्यशैली एवं कार्य को समझ सके भाविका ने भी इस पर स्कूल प्रबंधन व सरकार का आभार जताते हुए कहा कि वह यह कोशिश करेगी कि आने वाले समय में प्रधानाचार्य बन सके स्कूल के प्राचार्य किशोर कुमार ने बताया कि बालिका दिवस के लिए पूरे स्टाफ ने तय किया था कि कक्षा 11 में टॉपर रही भाविका को ही 1 दिन का प्राचार्य बनाया जाए हालांकि इसके लिए राज्य सरकार को भारत सरकार की ओर से पूर्व में ही निर्देश दिए गए हैं कि राष्ट्रीय बालिका दिवस पर टॉपर बालिका को यह कार्य दिया जाए जिससे कि वह प्रधानाचार्य की क्षमताओं व कार्य को समझ सके आने वाले समय में एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण में अपनी भागीदारी निभा सके।
प्रधानाचार्य का कार्यभार संभालते हुए छात्रा ने बताया कि मैं विद्यालय के समस्त स्टाफ और प्रधानाचार्य को आभार प्रकट करती हूं कि मुझे आज इस तरह का अवसर मिला कि भी मैं आगे जाकर इस कामयाबी को मुकाम हासिल करूंगी।
उल्लेखनीय है कि 11 अक्टूबर को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है इस दिन सभी जगह पर बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें इस तरह की जिम्मेवारी दी जाती है।

बाईट / भाविका रामचंद्रानी छात्रा

बाईट / किशोर कुमार प्रधानाचार्यConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.