भोपालगढ़ (जोधपुर). फरवरी माह के आखिर में राज्य विधानसभा में पेश किए गए राज्य सरकार के बजट में भोपालगढ़ ग्राम पंचायत को नगर पालिका बनाने की तीसरी बार की गई घोषणा अब धरातल पर मूर्त रूप लेती हुई नजर आने लगी है. स्वायत शासन विभाग ने शुक्रवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. भोपालगढ़ के साथ ही नवगठित बासनी थेड़ा ग्राम पंचायत को भी इसमें शामिल करते हुए चतुर्थ श्रेणी की नगर पालिका घोषित की गई है.
बता दें कि इससे पहले भी एक बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिछले कार्यकाल में और एक बार वसुंधरा राजे की सरकार के समय में भी भोपालगढ़ ग्राम पंचायत को नगर पालिका बनाने की घोषणा की गई थी. लेकिन दोनों ही बार सरकार इस घोषणा को ना तो धरातल पर उतर पाई और ना ही मूर्त रूप दे पाई.
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वहीं इस वर्ष की शुरुआत में हुए पंचायत राज संस्थाओं के पुनर्गठन में तो भोपालगढ़ ग्राम पंचायत को दो भागों में बांटकर भोपालगढ़ और बासनी थेड़ा ग्राम पंचायत का गठन कर दिया गया था. लेकिन अब भोपालगढ़ नगरपालिका गठन की घोषणा करने के बाद ग्रामीणों और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है.
केक काटकर और मिठाई बांटकर जताई खुशी
भोपालगढ़ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश जाखड़ ने बताया कि भोपालगढ़ नगरपालिका बनने की घोषणा होते ही कस्बे के महादेव मार्केट में बड़ी संख्या में ग्रामीणों द्वारा पूर्व जिला प्रमुख मुन्नीदेवी गोदारा की अगुवाई में उपखंड अधिकारी सुखाराम पिंडेल, विकास अधिकारी प्रदीप धनदे, नायब तहसीलदार हरेंद्र मूड, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नारायणराम जाखड़ की अगुवाई में केक काटकर और मिठाई बांटकर भोपालगढ़ को राज्य सरकार द्वारा नगरपालिका के रूप में अनूठी सौगात देने पर खुशियां मनाई गई.
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इस दौरान सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ की अगुवाई में राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर नगर पालिका बनाने की मांग रखी थी. अब मांग पूर्ण होने पर कार्यकर्ताओं में जोश देखने को मिला. वहीं इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भेरूलाल देवड़ा, ज्ञानचंद मुणोत, रसीद कुरेशी, बरकत कुरैशी, जीवनराम सोलंकी, मनोहर मेघवाल, शिंभूभाई प्रजापत, महेन्द्र प्रताप देवड़ा, आरसी जाखड़ सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे.
सी श्रेणी के सभी मापदंड होते हैं पूरे
भोपालगढ़ को सी श्रेणी की नगर पालिका बनाए जाने के सारे मापदंड पूरे होते थे. असल में कस्बे की वर्तमान आबादी लगभग पचास हजार के करीब हैं और इनमें 20 हजार के करीब मतदाता हैं. इसके अलावा सी श्रेणी की नगर पालिका के आय के स्रोत भी यहां उपलब्ध है.
नगर पालिका बनने से होंगे यह फायदे
भोपालगढ़ ग्राम पंचायत से नगर पालिका बन गई और स्वायत्तशासी संस्था का दर्जा मिल गया है. जिसमें जनप्रतिनिधियों की हिस्सेदारी बढ़ जाएगी. ग्रामीण परिवेश से निकलकर शहरी वातावरण का भोपालगढ़ में माहौल बन जायेगा.
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यूडीएच की योजनाओं से विकास के लिए फंड मिलने लग जायेगा, खुद की रेवेन्यू होगी, सफाई और रोशनी के लिए अलग से अभियंताओं की पोस्ट सर्जित हो जाएगी, अधिशासी अधिकारी भी बैठने लग जायेंगे, कमजोर तबके के लोगों को आवासीय योजनाओं का लाभ भी मिलना शुरू हो जाएगा, भोपालगढ़ में चारो तरफ गंदा पानी निकलने की समस्या है और सड़के टूट जाती है, नगर पालिका बनने से अब इस समस्या का भी समाधान हो जाएगा.