जोधपुर. राजस्थान सरकार के जलदाय मंत्री महेश जोशी पर लगे आरोपों को लेकर भारतीय जनता पार्टी गहलोत सरकार पर हमलावर है. इस बीच केंद्रीय जलशक्ति मंत्री और जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी इस मामले को लेकर मोर्चा खोल दिया है. शेखावत ने जयपुर में आत्महत्या करने वाले रामप्रसाद मीणा का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि
जमीन विवाद पर जलदाय मंत्री पर परेशान करने का आरोप लगाने वाले नागरिक ने सुनवाई न होती देख आत्महत्या कर ली.
शेखावत ने आगे लिखा है कि वीडियो वायरल था, लेकिन जिम्मेदारों ने आंखें मूंद लीं. क्या शासन-प्रशासन इसके लिए जवाबदेह नहीं है ? जिन्हें एक मंत्री का रसूख एक नागरिक की जान से ज्यादा महत्वपूर्ण लगा. बता दें कि कि सोमवार को रामप्रसाद मीणा ने आत्महत्या की थी. अपने वीडियो में उसने आरोप लगाया था कि उसके घर की जमीन होने के बावजूद उसे मकान नहीं बनाने दिया जा रहा है.
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इसके लिए कई लोग उस पर दबाव बना रहे हैं. रामप्रसाद ने एक पत्र भी लिखा, जिसमें भी उसने कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के अलावा कुछ और लोगों के नाम लिखे थे, जिनपर जमीन के लिए दबाव का आरोप लगाया गया था. इस मामले में मंगलवार को मंत्री सहित 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. मंत्री की भूमिका की जांच सीबी-सीआईडी करेगी. दरअसल, इस मामले में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन सभी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है.