जोधपुर. जोधपुर जिले में लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर रंगदारी वसूली का खेल जारी है. यहां व्यापारियों को लॉरेंस के नाम से धमका कर उन्हें डराया जाता है और फिर शुरू होता है रंगदारी वसूली का खेल. ताजा मामला बालेसर थाना क्षेत्र के सत्ता इलाके का है, जहां एक आभूषण व्यवसायी की दुकान पर एक पत्र और एक मेमोरी कार्ड मिला है. वृत्तअधिकारी सारिका खंडेलवाल ने बताया कि इस पत्र के जरिए व्यवसायी को धमका कर रंगदारी मांगी गई. फिलहाल, बालेसर थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.
यह लिखा था पत्र में : बदमाशों ने स्वर्ण आभूषण कारोबारी की दुकान पर एक चिट्ठी छोड़ी है, जिसमें लिखा है कि यह पत्र मिलने के बाद तीन लाख रुपए पत्र के साथ रखे मेमोरी कार्ड में दर्ज लोकेशन पर पहुंचा देना. पुलिस के पास जाओगे तो तुम्हारी मौत तय है. हमने सिद्धू मुसेवाला को भी नहीं छोड़ा, तुम किस खेत की मूली हो. साथ ही लिखा है कि पुलिस हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती, हम पुलिस से डरते नहीं हैं. पत्र के साथ एक मेमोरी कार्ड भी था, जिसमें पैसे भेजने की लोकेशन दे रखी है.
सीसीटीवी में दिखाई दिया पत्र रखते एक युवक : दरअसल, घटना गुरुवार अल सुबह की है. सुबह जब व्यवसायी ने अपनी दुकान खोली तो पाया कि दुकान में एक पत्र रखा है और उसमें एक मेमोरी कार्ड है. इसके बाद जब उसने पत्र पढ़ा तो उसके होश उड़ गए. उसने तुरंत दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो एक युवक सुबह 6 बजे मुंह बांधे दुकान में पत्र डालता नजर आया.
कुछ दिन पूर्व ही एक बाल आपचारी को लिया था संरक्षण में : 4 अगस्त को जोधपुर कमीश्नरेट के सरदारपुरा थाना पुलिस ने एक स्वर्ण आभूषण व्यवसायी को विदेशी नम्बरों से वाट्सअप कॉल के जरीए लॉरेंस के नाम से धमकाने के मामले में बाड़मेर से एक विधी से संघर्षरत बालक को संरक्षण में लेकर कोर्ट के आदेश पर बाल सुधारगृह भेजा था. इस नाबालिग ने भी लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर करीब 10 व्यवसायियों को धमकाने की बात को स्वीकार किया था.
स्वर्ण आभूषण व्यवसायियों में आक्रोश : इस घटना को लेकर क्षेत्र के आभूषण कारोबारियों में आक्रोश है. वहीं, घटना सामने आने के साथ ही ग्रामीण एसपी धर्मेन्द्र सिंह यादव ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. इस मामले को लेकर उन्होंने एक विशेष टीम का गठन किया है. इसके अलावा साइबर एक्सपर्ट्स को भी इस मामले मे विशेष रूप से टास्क दिया गया है.