ओसियां (जोधपुर). कोराना महामारी और लॉकडाउन के चलते एक तरफ केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से नरेगा कार्य की शुरुआत कर ग्रामीणों को राहत प्रदान की गई. दूसरी तरफ जोधपुर के ओसियां क्षेत्र के नेवरा रोड ग्राम पंचायत में मनरेगा श्रमिकोंं ने नरेगा कार्यों में चल रही धांधली को लेकर एसडीएम कार्यालय व पंचायत समिति के आगे धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया.
श्रमिकोंं का आरोप है कि नेवरा रोड ग्राम पंचायत में कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक मांगीलाल स्थानीय ग्रामीण होने के साथ लंबे समय से अपने ही गांव की ग्राम पंचायत में कार्यरत है. ग्राम पंचायत लदानियों की ढाणियों में पिछले तीन सप्ताह से मनरेगा का कार्य चल रहा है. जिस दौरान पहले सप्ताह में नरेगा कार्य स्थल पर किसी प्रकार की खुदाई कार्य नहींं होने के बावजूद ग्राम रोजगार सहायक की ओर से श्रमिकों को 170 से 180 रुपए प्रतिदिन भुगतान करवा दिया गया. लेकिन दूसरे सप्ताह इसी कार्य स्थल पर श्रमिकोंं की तरफ से भयंकर गर्मी में माप के साथ कार्य पूरा किए जाने के बावजूद भी भुगतान 90 से 120 रुपए ही करवाया गया, जो बहुत कम है.
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इस दौरान परेशान श्रमिकों ने ग्राम रोजगार सहायक को हटाने की मांग को लेकर ओसियां स्थित एसडीएम और पंचायत समिति कार्यालय के आगे धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया. वहीं श्रमिकोंं ने एसडीएम रतनलाल रेगर और बीडीओ महेश चौधरी को ज्ञापन सौंपकर बताया कि ग्राम रोजगार सहायक की ओर से भुगतान करवाने के एवज में प्रत्येक श्रमिक से प्रतिदिन 50 रुपए कि मांग कि जा रही है. लेकिन श्रमिकों ने बताया कि पिछले दो सप्ताह से साइट पर श्रमिकोंं के लिए न तो पानी की उचित व्यवस्था थी और न ही मेडिकल किट.
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वहीं एसडीएम और बीडीओ की ओर से ग्राम रोजगार सहायक के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर श्रमिकों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया. इस बड़ी संख्या में नरेगा श्रमिक मौजूद रहें. बता दें की धरने पर बैठे श्रमिकों में से एक बुजुर्ग श्रमिक की अचानक तबियत भी बिगड़ गई. उसके बाद वहां पर खड़े लोगों ने श्रमिक को तुरंत सीएचसी पहुंंचाया.