जोधपुर. जयपुर एसएमएस अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के साथ डॉक्टर द्वारा मारपीट के चलते लैब टेक्नीशियनों के मंगलवार को पूरे राज्य में कार्य बहिष्कार का असर जोधपुर में भी देखने को मिला. यहां करीब 200 नियमित टेक्नीशियनों ने काम नहीं किया. जिसके चलते नियमित कोरोना की सैंपलिंग प्रभावित हुई.
कई जगहों पर डॉक्टरों ने नमूने लिए, लेकिन जितनी बड़ी संख्या में टेक्नीशियन नमूने लेते है, उतने नहीं ले सके. दूसरी ओर अस्पतालों में नियमित जांच कार्य का जिम्मा संविदा पर काम करने वाले टेक्नीशियनों ने संभाल लिया. इन दिनों अस्पतालों में नियमित ओपीडी शुरू होने से बड़ी संख्या में मरीज पहुंचने लगे है. जिनकी चिकित्सकीय जांचें संविदाकर्मियों ने ही की.
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वहीं नियमित टेक्नीशियनों के जाने के बाद सुबह से ही मेडिकल कॉलेज के अस्प्तालों में काम जारी रहा. इस दौरान टेक्नीशियन कैलाश भाटी ने कहा कि वे सरकार के साथ है, लेकिन सरकार से उनकी भी मांगे है. खासकर उन्हें भी नियमित किया जाए. इसके अलावा जो लोग सीधे ठेके पर लगे है, उन्हें मेडिकल रिलीफ सोसायटी के माध्यम से लगाया जाए.
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जिससे उन्हें अनुभव का लाभ मिल सके. हालांकि मंगलवार दोपहर बाद जयपुर में सरकार के साथ समझोता होने के बाद लैब टेक्नीशियन का आंदोलन समाप्त हो गया. बुधवार से सभी नियमित ड्यूटी करेंगे.