जोधपुर. शहर में ट्रैफिक पुलिस के जवान चालान के जरिए राजस्व एकत्र करने का टारगेट पूरा करने के लिए सुबह से शाम तक वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई कर चालान बनाते हैं. लेकिन जोधपुर पुलिस में लोगों की ओर से जमा कराई जाने वाली चालान राशि बैंक में जमा नहीं करवा कर खुर्द बुर्द करने का बड़ा गबन करने का मामला सामने आया है. जिला मुख्यालय में हुई आंतरिक पड़ताल में 43.87 लाख रुपए का गड़बड़झाला सामने आया है. पुलिस ने एक पूर्व कैशियर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. प्रथम दृष्टया बैंक चालान पर फर्जी सील साइन कर गबन करना सामने आया है. सरदारपुरा थाना अधिकारी जबर सिंह ने बताया कि आरोपी हेमंत पालावत को गुरुवार को न्यायालय में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है. उससे पूरे प्रकरण को लेकर पूछताछ की जा रही है.
सरदारपुरा पुलिस थाने में पुलिस कमिश्नर कार्यालय के कैशियर प्रवेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दी है. जिसमें बताया कि 28 अगस्त को पुलिस मुख्यालय से फोन आया था कि जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट से मिलने वाली जानकारी का परिवहन विभाग से उपलब्ध आंकड़ों के मिलान में अंतर सामने आया है. मई, जून, जुलाई और अगस्त में जो राशि बताई गई है वह बैंक में नहीं है और नकद भी उपलब्ध नहीं है. उच्चाधिकारियों को बताने के बाद त्वरित कार्रवाई की गई जिसमें बैंक चालान पर फर्जी सील और बैंक कर्मियों के हस्ताक्षर किए गए है. साथ ही उनके ड्यूटी पर नहीं होने का पता चला. इसके बाद यातायात शाखा के पूर्व कैशियर हेमंत पालावत के खिलाफ सरदारपुरा थाने में मामला दर्ज करवाया गया. हेमंत वर्तमान में कमिश्नर कार्यालय में संस्थापन शाखा में कार्यरत है.
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चार माह के चालान की 43.87 लाख रुपए का गबन : पुलिस के अनुसार मई, जून, जुलाई और अगस्त के चार माह के ऐसे चालान है. जिनकी राशि बैंक में जमा नहीं कराई गई थी. जबकि जालोरी गेट स्थित एसबीआई बैंक में राशि जमा करने के चालान रिकॉर्ड में मौजूद है. इनमें मई में 12, 72, 800, जून ने 11,63,800 जुलाई में 11,05,300 अगस्त में 8,44,600 रुपए सहित कुल 43 लाख 86 हजार 500 का गड़बड़ झाला सामने आया है.
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