जोधपुर. कमिश्नरेट की स्पेशल क्राइम टीम ने बनाड थाना क्षेत्र में नाकाबंदी कर राजसमंद थाना के एक वांटेड बदमाश को गिरफ्तार किया है. आरोपी पर लूट, हत्या का प्रयास, पुलिस पर फायर करने सहित कुल आठ केस दर्ज हैं. आरोपी लग्जरी कार फॉरच्यूनर चलाते हुए मिला. जिसमें दो नंबर प्लेट भी पुलिस की लगी (Jodhpur Police arrested wanted) है.
पूछताछ में आरोपियों ने उसने बताया कि उसने गाड़ी रातानाडा थाने के सब इंस्पेक्टर पूनाराम से मांगकर लाई है. यह गाड़ी उनका बेटा उर्जाराम काम में लेता है. सीएसटी के प्रभारी निरीक्षक भरत रावत ने बताया कि गाड़ी पर कोटा जिला की नंबर प्लेट लगी हुई थी. जिसकी जांच में सामने आया कि वह नंबर प्लेट गलत थी. वो नंबर किसी एंडवेर गाडी के थे, जो कोटा निवासी के मोहम्मद साजिद के नाम रजिस्टर्ड है. गाड़ी में रखी नंबर प्लेट उदयपुर और जयपुर जिले की थी. जिसमें उदयपुर की नंबर प्लेट जो नंबर थे, वे अभी तक किसी वाहन को जारी नहीं हुए है. जबकि जयपुर नंबर प्लेट की जांच करने पर पता चला कि फॉरच्यूनर का असली नंबर वही है, जो जयपुर के सांगानेर के बिलवा निवासी रामबीर सिंह गुर्जर के नाम रजिस्टर्ड है. लेकिन यह नंबर प्लेट हटाई हुई थी.
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सीएसटी प्रभारी का कहना है कि मामला बनाड़ थाने में दर्ज करवाया गया है. सब इंस्पेक्टर के बेटे से जुड़ी बात अनुसंधान में साफ होगी. जयपुर रजिस्टर्ड फॉरच्यूनर की चोरी की रिपेार्ट कहीं दर्ज नहीं है.
शंकरलाल विश्नोई मूलत डांगियवास थाना के धायलों की ढाणी निवासी है. पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि पिछले साल 1 सितंबर को राजसमंद पुलिस ने नाकाबंदी लागाकर शंकरलाल और उसके साथियों को रोकने का प्रयास किया था लेकिन बदमाशों ने पुलिस पर फायर किए. पुलिसकर्मियों को जान से मारने की नियत से वाहन चढ़ाने का प्रयास किया था. उस मामले में वह वांछित चल रहा है. इसके अलावा डांगियावास थाने में भी उसके खिलाफ आठ मामले दर्ज है.