जोधपुर. आवासीय कॉलोनी के बाहर घटना हुई फायरिंग ने जोधपुर पुलिस के खुफिया सिस्टम के ढुलमुल रवैए को जाहिर करता है. एक बदमाश का परिवार इस कॉलोनी में रह रहा था इसके बावजूद पुलिस यहां की गतिविधियों पर नजर नहीं रख पाई जिसके चलते हिस्ट्रीशीटर विक्रम नांदियां ने 2 साल पहले अपने पर हुए हमले का बदला लेने के लिए लंबी रणनीति बनाकर घटना को अंजाम दिया. राकेश मांजू की स्थिति गंभीर बनी हुई है. उसके सिर में गहरी चोट है. डॉक्टरों के अनुसार वह संभवत कोमा में जा सकता है.
इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी भी ले ली गई. दरअसल विक्रम नांदिया और उसके गुर्गों को जब पता चला कि हार्डकोर क्रिमिनल कैलाश मांजू का परिवार वीतराग सिटी में रह रहा है और यहां पर जमानत पर छूटे राकेश मांजू का आना जाना है. तो लम्बी चौड़ी रणनीति बनाई गई. पूरी प्लानिंग से अपने एक आदमी युवराज को सोसाइटी में गार्ड की नौकरी पर रखवाया.
युवराज लगातार मांजू परिवार पर नजर बनाए हुए था. चार माह के लंबे इंतजार के बाद बुधवार को जब राकेश मिलने के लिए घर गया और जब अकेला वापस जा रहा था तो युवराज ने साथियों को इसकी इत्तला दी. शूटर्स कॉलोनी के गेट के पास खड़े हो गए. ज्योंहि राकेश मांजू सोसायटी के गेट पर आया तो उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई जिसके चलते वो गिर गया. गिरने से उसके सिर में भी चोट लगी.
अंत में युवराज ने राकेश को गोली मारी जो उसकी गर्दन में लगी. फायरिंग के बाद सोशल मीडिया पर बजरंग सिंह पालड़ी राठौड़ ने इस घटना की जिम्मेदारी भी ले ली. कहा जा रहा है कि एक शूटर को पकड़ भी लिया गया है. हालांकि पुलिस ने अभी इसका खुलासा नहीं किया है लेकिन बताया का रहा है कि वह युवराज ही है, जिसे लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
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007 ग्रुप जुड़ा है पालड़ी से- इस घटना की जिस बजरंग सिंह पालड़ी राठौड़ ने जिम्मेदारी ली है वह 007 ग्रुप से जुड़ा हुआ है. उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर जोधपुर और नागौर के बदमाशों के फोटो हथियारों के साथ भरे पड़े हैं. इतना ही नहीं विक्रम सिंह नांदिया के जेल में रहते हुए उससे वीडियो कॉलिंग करते हुए के वीडियो भी अपलोड किए गए हैं. इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा गया है कि राकेश मांजू का इलाज हो गया है बाकी दुश्मनों का भी पक्का इलाज करेंगे.
यूं हुआ खुफिया सिस्टम ध्वस्त- पुलिस की व्यवस्था के अनुसार सोसाइटी या परिसर में रहने वाले किराएदार और मकान मालिक का विवरण होना आवश्यक है. जोधपुर शहर के बाहरी इलाकों में लगातार फ्लैट कल्चर बढ़ रहा है जहां पर ज्यादातर किराएदार ही रह रहे हैं. ऐसे में पुलिस की जिम्मेदारी है कि संबंधित थाने के पुलिसकर्मी उस परिसर में जाकर सब का विवरण प्राप्त करें. हाल ही में कुड़ी और विवेक विहार थाना क्षेत्र के फ्लैट में पुलिस ने दबिश देकर कई बदमाशों को पकड़ा था. वीतराग सिटी पॉश सोसाइटी है. हैरानी की बात है कि यहां सुरक्षाकर्मी के रूप में बदमाश ने चार महीने तक काम किया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी.
फायरिंग का सीसीटीवी वीडियो आया सामने
बोरानाडा थाना क्षेत्र में बुधवार दोपहर बाद सोसायटी के मेन गेट पर हुई फायरिंग का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है. जिसमें नजर आ रहा है कि किस तरह से राकेश मांजू को मारने के लिए बदमाश उस सोसाइटी में अपनी गाड़ी से घुस गए थे जिस ब्लॉक में राकेश के चाचा कैलाश मांजू का परिवार रहता था. उन्होंने राकेश को देखते ही फायरिंग की, लेकिन वह वहां से बच कर भागा भागते भागते सोसायटी के गेट पर पहुंच गया. गेट पर ही मौजूद गार्ड युवराज ने उसे गिरा दिया और पकड़ लिया. तब तक गाड़ी से आए बदमाशों ने राकेश पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं. उसकी पीठ और गर्दन पर गोली मारी और फिर सब फरार हो गए.