जोधपुर. शहर के महामंदिर थाना क्षेत्र निवासी हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अरविंद कालानी के साथ वायदा करोबार में पूर्वानुमान बताकर हुई 16 करोड़ की ठगी के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को उदयपुर से गिरफ्तार किया हैं (Online Fraud with Handicraft Exporter). इसके अलावा पुलिस ने करीब 31 लाख रुपए अलग-अलग खातों में फ्रीज करवा कर पीड़ित को लौटाए हैं. महामंदिर थाना पुलिस के अनुसार इस मामले में गैस चूल्हा रिपेयर करने वाले 28 साल के दीपक सोनी और एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले 27 साल के मानव गर्ग को गिरफ्तार किया है. दोनों उदयपुर के रहने वाले हैं.
पुलिस की एक टीम पूना भी गई थी. वहां भी कुछ लोगों को डिटेन किया था लेकिन बताया जा रहा है कि स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप से अभी आरोपियों को जोधपुर नहीं लाया जा सका है. जोधपुर पुलिस की साइबर टीम ने कुल आठ खातों को फ्रीज करवाया है (Jodhpur 16 Crore Online Fraud). जिनमें 1 से 21 नंवबर के बीच बदमाशों ने अरविंद कालाणी को 49 करोड़ का मुनाफा बताकर कमिशन के 16 करोड़ रुपए ले लिए थे जबकि कालाणी को मुनाफे का एक टका नहीं दिया था. ठगे जाने के बाद पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया था.
दीपक सोनी के खाते में जमा हुई राशि- पुलिस ने इस मामले की पड़ताल करते हुए अरविंद कालानी द्वारा जिन खातों में राशि जमा हुई थी उनकी सबकी पड़ताल की तो एक खाता दीपक सोनी का भी सामने आया. दीपक खुद गैस चूल्हा रिपेयरिंग का काम करता है लेकिन उसके खाते में लाखों रुपए जमा होना पाया गया था. पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सामने आया कि मानव गर्ग ने दीपक को बातों में उलझाकर उसके खाते की डिटेल में फोन नंबर बदल दिए और पूरा खाता खुद ऑपरेट करने लगा. बाद में राइट उसने अपने दोस्त करण को दे दिए. बताया जा रहा है कि वह देश से बाहर है. उसका खाता वही आपरेट करता था जो राशि आती थी उसके एवज में उसे कमिशन देने की बात हुई थी.
बड़े खिलाड़ी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर- इस मामले में चार विदेशियों के नाम आए थे. हालांकि बताया जा रहा है कि भारतीय बदमाशों ने ही अपने नाम बदल कर कालानी को झांसा दिया था उन तक पुलिस अभी नहीं पहुंची है. उनके देश से बाहर होने की भी बात सामने आई है. संभवत: कुछ शातिर दुबई पहुंच गए हैं. उनसे जुडे कुछ लोगों की जानकारी पुलिस को पूना में होने की मिली थी. जिसके चलते स्पेशल टीम के प्रभारी सब इंस्पेक्टर दिनेश डांगी को पूना भेजा गया है.