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जोधपुर में अंतर्राष्ट्रीय थियेटर फेस्टिवल हुआ संपन्न, अंतिम दिन ‘बालीगंज 1990’ का हुआ मंचन - एक फिल्म में भी रूपांतरित हो चुका है नाटक

राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित पहला तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय थियेटर फेस्टिवल बुधवार को यहां जोधपुर में समाप्त हो गया. अंतिम दिन प्रसिद्ध नाटक ‘बालीगंज 1990’ का मंचन किया गया.

International theater Festival concluded
जोधपुर में अंतर्राष्ट्रीय थियेटर फेस्टिवल हुआ संपन्न
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Published : Mar 22, 2023, 10:33 PM IST

जोधपुर. राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित राजस्थान का पहला तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय थियेटर फेस्टिवल बुधवार शाम सम्पन्न हो गया. फेस्टिवल के समापन दिवस पर ‘नाट्य निर्देशन के बदलते स्वरूप’ विषय पर मंथन हुआ तथा शाम को मुंबई के अतुल सत्य कौशिक निर्देशित नाटक ‘बालीगंज 1990’ का मंचन हुआ. भारतीय फिल्म एवं रंगमंच जगत के मशहूर अभिनेता अनूप सोनी और निवेदिता भट्टाचार्य ने अपने प्रभावी अभिनय से रसिकों का मन मोह लिया

एक फिल्म में भी रूपांतरित हो चुका है नाटकः भव्य ऐतिहासिक प्रस्तुतियों, संगीत, हास्य और सामाजिक सांचों में एक ब्रांड मूल्य बनाने के बाद, लेखक और निर्देशक अतुल सत्य कौशिक अपने दर्शकों के लिए एक और मूल नाटक के साथ आए. इस बार हिंदी में एक शानदार सस्पेंस थ्रिलर प्ले “1990 प्यार एक अंतहीन रहस्य है“ लेकर आए. यह द फिल्म्स एंड थिएटर सोसायटी और लैंड ऑफ कल्चर का सह-प्रोडक्शन है. यह नाटक देश के प्रतिष्ठित रंग महोत्सवों भारत रंग महोत्सव, जयपुर रंग मोहत्सव और काला घोड़ा आर्ट फेस्टिवल आदि में भी मंचित किया जा चुका है. यह नाटक एक फिल्म में भी रूपांतरित किया जा चुका है.

International theater Festival concluded
अंतिम दिन ‘बालीगंज 1990’ का हुआ मंचन

ये भी पढ़ेंः Jodhpur International Theater Festival : सीएम गहलोत ने किया उद्घाटन, नाटक 'भूमि' का हुआ मंचन

असफल प्यार की कहानी है बाली गंजः “बालीगंज 1990“ एक नब्बे मिनट का थ्रिलर प्ले है, जो वर्ष 1990 में सेट किया गया है. कहानी बालीगंज (तत्कालीन) कलकत्ता के एक प्रसिद्ध स्थान से सामने आती है. कार्तिक और वासुकी के बीच 10 साल से भी ज्यादा समय तक बेहद भावुक संबंध रहे. कार्तिक ने वासुकी को छोड़ दिया और मुंबई में अपने सपनों का पीछा करने के लिए निकल पड़ा. वासुकी अब एक प्रसिद्ध चित्रकार बिनॉय दास से शादी करती है. वह कार्तिक और उनके असफल जीवन के लिए जिम्मेदार उनके असफल प्यार को स्वीकार करते हुए पछतावा और प्रतिशोध से भरा जीवन जीती है. वासुकी दुर्गापूजा की शाम को कार्तिक को अपनी हवेली में कॉफी के लिए आमंत्रित करती है. वासुकी की आँखों में उसी दस साल के जुनून और प्यार को देखकर कार्तिक थोड़ा उलझन में है और खुशी से भी हैरान है.

ये भी पढ़ेंः बीकानेर में थियेटर फेस्टिवल का आगाज, अभिनेता यशपाल शर्मा ने की शिरकत

25 को होगा ईला अरुण का सम्मानः राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्षा बिनाका जेश मालू ने बताया कि 25 मार्च को अकादमी की ओर से सर्वोच्च फेलोशिप सम्मान गायक और फिल्म कलाकार ईला अरुण को दिया जाएगा. इसके अलावा 75 वर्ष के 25 कला पुरुषों को भी सम्मानित किया जाएगा. यह सम्मान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देंगे. अकादमी ने सभी सम्मानित होने वालों के नामों की घोषणा पहले कर दी है.

जोधपुर. राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित राजस्थान का पहला तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय थियेटर फेस्टिवल बुधवार शाम सम्पन्न हो गया. फेस्टिवल के समापन दिवस पर ‘नाट्य निर्देशन के बदलते स्वरूप’ विषय पर मंथन हुआ तथा शाम को मुंबई के अतुल सत्य कौशिक निर्देशित नाटक ‘बालीगंज 1990’ का मंचन हुआ. भारतीय फिल्म एवं रंगमंच जगत के मशहूर अभिनेता अनूप सोनी और निवेदिता भट्टाचार्य ने अपने प्रभावी अभिनय से रसिकों का मन मोह लिया

एक फिल्म में भी रूपांतरित हो चुका है नाटकः भव्य ऐतिहासिक प्रस्तुतियों, संगीत, हास्य और सामाजिक सांचों में एक ब्रांड मूल्य बनाने के बाद, लेखक और निर्देशक अतुल सत्य कौशिक अपने दर्शकों के लिए एक और मूल नाटक के साथ आए. इस बार हिंदी में एक शानदार सस्पेंस थ्रिलर प्ले “1990 प्यार एक अंतहीन रहस्य है“ लेकर आए. यह द फिल्म्स एंड थिएटर सोसायटी और लैंड ऑफ कल्चर का सह-प्रोडक्शन है. यह नाटक देश के प्रतिष्ठित रंग महोत्सवों भारत रंग महोत्सव, जयपुर रंग मोहत्सव और काला घोड़ा आर्ट फेस्टिवल आदि में भी मंचित किया जा चुका है. यह नाटक एक फिल्म में भी रूपांतरित किया जा चुका है.

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असफल प्यार की कहानी है बाली गंजः “बालीगंज 1990“ एक नब्बे मिनट का थ्रिलर प्ले है, जो वर्ष 1990 में सेट किया गया है. कहानी बालीगंज (तत्कालीन) कलकत्ता के एक प्रसिद्ध स्थान से सामने आती है. कार्तिक और वासुकी के बीच 10 साल से भी ज्यादा समय तक बेहद भावुक संबंध रहे. कार्तिक ने वासुकी को छोड़ दिया और मुंबई में अपने सपनों का पीछा करने के लिए निकल पड़ा. वासुकी अब एक प्रसिद्ध चित्रकार बिनॉय दास से शादी करती है. वह कार्तिक और उनके असफल जीवन के लिए जिम्मेदार उनके असफल प्यार को स्वीकार करते हुए पछतावा और प्रतिशोध से भरा जीवन जीती है. वासुकी दुर्गापूजा की शाम को कार्तिक को अपनी हवेली में कॉफी के लिए आमंत्रित करती है. वासुकी की आँखों में उसी दस साल के जुनून और प्यार को देखकर कार्तिक थोड़ा उलझन में है और खुशी से भी हैरान है.

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25 को होगा ईला अरुण का सम्मानः राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्षा बिनाका जेश मालू ने बताया कि 25 मार्च को अकादमी की ओर से सर्वोच्च फेलोशिप सम्मान गायक और फिल्म कलाकार ईला अरुण को दिया जाएगा. इसके अलावा 75 वर्ष के 25 कला पुरुषों को भी सम्मानित किया जाएगा. यह सम्मान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देंगे. अकादमी ने सभी सम्मानित होने वालों के नामों की घोषणा पहले कर दी है.

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