बिलाड़ा (जोधपुर). देश भर में फैली कोराना महामारी को जड़ से मिटाने के लिए कर्मवीर दिन-रात जी जान से लगे हुए हैं. जब कोरोना जैसी गंभीर बिमारी से हर आदमी दूर भाग रहा है. ऐसे में जोधपुर के भोपालगढ़ तहसील नांदिया गांव का एक कोरोना योद्धा जो गांव से 12 सौ किलोमीटर दूर कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए वरदान बन सेवा कर रहा है.
सर सुन्दरलाल हेल्थ यूनिवर्सिटी बनारस का नर्सिंग ऑफिसर श्याम पुत्र बस्ताराम बिश्नोई निवासी नांदिया प्रभावती ने दूरभाष पर बताया कि पिछले रविवार को अपनी ढ़ाई साल की मासूम बच्ची और पत्नी जो हमेशा साथ रहते हैं. उनको बनारस में किराये के मकान में 21 दिनों तक के लिए अकेला छोड़ अस्पताल के कोरोना ICU वार्ड में कोरोना योद्धा के रूप में जनसेवा को समर्पित हो गया. उन्होंने ने यह भी बताया कि हर रोज वार्ड में आधे घंटे तक पॉजिटिव मरीज के पास रहकर उनका उपचार करते हैं.
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वहीं बाद में वार्ड से बाहर आकर टीम के साथ बैठ कैमरे की सहायता से हर पल अपडेट रहना पड़ता है. ICU वार्ड में ड्यूटी देने वाली टीम को सात दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन किया जाता है, ताकि किसी तरह का कोई खतरा बाहर न फैले.
पिछले रविवार को ड्यूटी आने के बाद अब 21 दिनों तक परिवार के साथ नहीं रह सकता. ऐसे में खाली बेटी पत्नी और गांव में रह रहे मां बाप व भाइयों से फोन या विडियो कॉल से बात की जा सकती है. संकट की इस घड़ी में उनकी भूमिका दूसरों के लिए प्रेरणा बन रही है.