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HC LDC Fake Paper Deal: फर्जी प्रश्नपत्र का 4-4 लाख में हुआ था सौदा, 1 महिला अभ्यर्थी समेत 4 गिरफ्तार - paper leak in Rajasthan

LDC Entrance Fake Paper, भगत की कोठी थाना पुलिस ने रविवार को हाई कोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा का फर्जी प्रश्नपत्र बेचने के मामले का खुलासा किया. कार्रवाई करते हुए 4 जनों को गिरफ्तार गया.

HC LDC Fake Paper Deal
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Published : Mar 20, 2023, 9:33 AM IST

जोधपुर. पुलिस ने बताया कि व्हाट्सएप पर पेपर बेचा गया था. ग्रामीण स्पेशल टीम ने कार्रवाई की. मुख्य आरोपी ने महज तीन लाख में पेपर खरीदा जिसे आगे 17 अभ्यर्थियों को चार चार लाख में बेच दिया. ग्रामीण पुलिस की स्पेशल टीम ने ही मामला दर्ज करवाया है. गिरफ्तार 4 लोगों में एक महिला अभ्यर्थी भी शामिल है.

मूल पत्र से अलग प्रश्न- पुलिस का यह भी दावा है कि जो प्रश्न पत्र उनसे प्राप्त हुआ है उससे परीक्षा के मूल प्रश्न पत्र का मिलान नहीं हुआ है. देर रात को इस मामले को लेकर भगत की कोठी थाना में मामला दर्ज किया गया. पुलिस उपायुक्त पश्चिम गौरव यादव ने बताया कि परीक्षा में प्रश्न पत्र लिखकर उत्तर व्हाट्सएप करने की सूचना प्राप्त हुई थी. जिसके बाद ग्रामीण स्पेशल टीम ने सुबह 11:00 बजे पावटा सर्कल के पास गणपत राम को पकड़ा और उससे पूछताछ शुरू की गई. उससे मिली जानकारी के आधार पर मुख्य आरोपी रामनिवास को भगत की कोठी क्षेत्र से पकड़ा गया.

Whatsapp से खेल- रामनिवास के मोबाइल में परीक्षा का प्रश्न पत्र और उनके उत्तर मिले, जो उसने कुल 17 अभ्यर्थियों को व्हाट्सएप भी किए . अभ्यर्थियों की तलाश करने पर एक महिला अभ्यर्थी ललिता को भगत की कोठी स्थित परीक्षा केंद्र व किसनाराम को सालावास परीक्षा केंद्र से पकड़ा . पुलिस फिलहाल शेष अभ्यर्थियों की तलाश कर रही है.

पढ़ें-सेकंड ग्रेड पेपर लीक प्रकरण में फरार आरोपी पर एक लाख का इनाम घोषित

नागौर से लिया 3 लाख में पेपर- पुलिस ने बताया कि रामनिवास ने नागौर के रामदीन से तीन लाख में यह पेपर खरीदा था जिसके बाद उसने गणपतराम के साथ मिलकर इसे बेचना शुरू किया. उसके व्हाट्सएप चैट में यह प्रश्न पत्र मिला और कुल 17 व्यक्तियों को 4-4 लाख रुपए में पेपर का सौदा किया. इसकी कितनी रकम उसने ली या बाकी है इसको लेकर अभी पूछताछ होना बाकी है.

पुलिस ने बरती सावधानी- 25 फरवरी 2023 को हुई तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौरान भी शहर पुलिस को फर्जी प्रश्न पत्र बेचने वाले गिरोह का पता चला था.पुलिस ने आनन-फानन में इसमें कार्रवाई करते हुए परीक्षा के ठीक बाद यह बताया था कि जो प्रश्न पत्र मिला है उसे मूल प्रश्न पत्र मिलान नहीं हुआ है. जिसके बाद कई सवाल उठे थे कि पुलिस के पास परीक्षा केंद्र से पेपर कैसे आया? इसके चलते रविवार को पुलिस ने पूरी सावधानी बरती। सुबह आरोपियों को पकड़ने के बाद परीक्षा समाप्त होने के बाद मिलान किया और देर रात मामला दर्ज किया.

जोधपुर. पुलिस ने बताया कि व्हाट्सएप पर पेपर बेचा गया था. ग्रामीण स्पेशल टीम ने कार्रवाई की. मुख्य आरोपी ने महज तीन लाख में पेपर खरीदा जिसे आगे 17 अभ्यर्थियों को चार चार लाख में बेच दिया. ग्रामीण पुलिस की स्पेशल टीम ने ही मामला दर्ज करवाया है. गिरफ्तार 4 लोगों में एक महिला अभ्यर्थी भी शामिल है.

मूल पत्र से अलग प्रश्न- पुलिस का यह भी दावा है कि जो प्रश्न पत्र उनसे प्राप्त हुआ है उससे परीक्षा के मूल प्रश्न पत्र का मिलान नहीं हुआ है. देर रात को इस मामले को लेकर भगत की कोठी थाना में मामला दर्ज किया गया. पुलिस उपायुक्त पश्चिम गौरव यादव ने बताया कि परीक्षा में प्रश्न पत्र लिखकर उत्तर व्हाट्सएप करने की सूचना प्राप्त हुई थी. जिसके बाद ग्रामीण स्पेशल टीम ने सुबह 11:00 बजे पावटा सर्कल के पास गणपत राम को पकड़ा और उससे पूछताछ शुरू की गई. उससे मिली जानकारी के आधार पर मुख्य आरोपी रामनिवास को भगत की कोठी क्षेत्र से पकड़ा गया.

Whatsapp से खेल- रामनिवास के मोबाइल में परीक्षा का प्रश्न पत्र और उनके उत्तर मिले, जो उसने कुल 17 अभ्यर्थियों को व्हाट्सएप भी किए . अभ्यर्थियों की तलाश करने पर एक महिला अभ्यर्थी ललिता को भगत की कोठी स्थित परीक्षा केंद्र व किसनाराम को सालावास परीक्षा केंद्र से पकड़ा . पुलिस फिलहाल शेष अभ्यर्थियों की तलाश कर रही है.

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नागौर से लिया 3 लाख में पेपर- पुलिस ने बताया कि रामनिवास ने नागौर के रामदीन से तीन लाख में यह पेपर खरीदा था जिसके बाद उसने गणपतराम के साथ मिलकर इसे बेचना शुरू किया. उसके व्हाट्सएप चैट में यह प्रश्न पत्र मिला और कुल 17 व्यक्तियों को 4-4 लाख रुपए में पेपर का सौदा किया. इसकी कितनी रकम उसने ली या बाकी है इसको लेकर अभी पूछताछ होना बाकी है.

पुलिस ने बरती सावधानी- 25 फरवरी 2023 को हुई तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौरान भी शहर पुलिस को फर्जी प्रश्न पत्र बेचने वाले गिरोह का पता चला था.पुलिस ने आनन-फानन में इसमें कार्रवाई करते हुए परीक्षा के ठीक बाद यह बताया था कि जो प्रश्न पत्र मिला है उसे मूल प्रश्न पत्र मिलान नहीं हुआ है. जिसके बाद कई सवाल उठे थे कि पुलिस के पास परीक्षा केंद्र से पेपर कैसे आया? इसके चलते रविवार को पुलिस ने पूरी सावधानी बरती। सुबह आरोपियों को पकड़ने के बाद परीक्षा समाप्त होने के बाद मिलान किया और देर रात मामला दर्ज किया.

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