जोधपुर. चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने फर्जी खाता खोलकर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह के सदस्यों को मुंबई से पुलिस ने गिरफ्तार किया है जिसमें 2 महिला और दो पुरुष शामिल है. इन लोगों ने जोधपुर की एक शिक्षिका से टुकड़ों में 16.26 लाख रुपए की ठगी की थी. आरोपी पहले फेसबुक पर खुद को विदेशी बता कर दोस्ती करते हैं उसके बाद कुछ पार्सल भेजते हैं. जिसमें गैरकानूनी चीजें बताने के लिए खुद को मुंबई साहिबा टीम के ऑफिसर बताकर लगातार फोन करते हैं. आरबीआई के फर्जी मेल भी करते हैं. जिससे व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान होकर उनके कहे अनुसार रुपए दे दे. चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने के उपनिरीक्षक हिंगलाज दान ने बताया कि पीड़ित आकांक्षा जैन की फेसबुक पर एक मार्को नामक व्यक्ति से दोस्ती हुई थी जिसने अपने आप को यूके का रहने वाला बताया था. चैटिंग में उसने कहा था कि वह कुछ सामान भारत भेज रहा है जिसे आप रख ले वाले आने वाले समय में अवश्य काम में ले. इसके अगले दिन कस्टम क्लीयरेंस से 55,000 जमा करवाने के लिए फोन आया जिसे आकांक्षा ने जमा करवा दिए.
लेकिन फिर अगले दिन एक फोन आया कि जो पार्सल मिला है उसमें एक गैर कानूनी रूप से पोंड भेजे गए हैं. इसके बाद एक ईमेल आकांक्षा को मिला जिसमें उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई. कार्रवाई की धमकी के नाम पर आकांक्षा से अलग-अलग खातों में 16.26 लाख जमा करवा लिए गए. यह सभी खाते अलग-अलग लोगों के नाम के थे. परेशान होकर आकांक्षा ने सितंबर में हाउसिंग बोर्ड थाने में इसकी रिपोर्ट दी जिसके बाद पुलिस की तकनीकी टीम ने लगातार आरोपियों पर नजर रखी उनके खातों ट्रांजैक्शन देखें और उसके पुलिस ने इस मामले शिफा, शाहीन, गणेश फिरंगी और जितेंद्र को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पता चला है कि मुंबई में दिल्ली में से इस तरह की ठगी यह गिरोह करता है और अब तक कई राज्यों में लोगों से करोड़ों रुपए ठग चुके हैं. फर्जी खातों के सहारे आरोपी जब किसी व्यक्ति को फोन करते हैं तो राशि जमा करवाने के लिए उन्हें अलग-अलग खाता नंबर देते हैं. पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह खाते उन्होंने दूसरे लोगों को थोड़े से लालच देकर उनके नाम से खुलवाए हैं. जिनमें राशि जमा होने के बाद खुद उसमें से उठा लेते हैं.