जोधपुर. कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन और धारा 144 लगने के बाद आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर लगभग बंद हो गए हैं. इसके चलते शहर के प्रमुख अस्पतालों में खून की कमी होने लगी है. धारा 144 के चलते 20 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक होने से शिविर आयोजित होने की संख्या लगातार कम हो गई है. इसके चलते खासतौर से सरकारी अस्पतालों के ब्लड बैंक सूख रहे हैं. मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कई रोगियों को खून की जरूरत होने से अस्पताल के कर्मचारियों ने ही रक्तदान करना शुरू कर दिया है.
इसके तहत शनिवार को नर्सिंग स्टाफ रेजिडेंट डॉक्टर ने ब्लड बैंक में रक्तदान किया. कमोबेश यही हालात शहर के अन्य सरकारी अस्पतालों के हैं, हालांकि इसके साथ ही डॉक्टरों ने यहां मरीजों को छुट्टी देना भी शुरू कर दिया है, लेकिन आपातकालीन इकाई में आने वाले घायल और सर्जरी के लिए इंतजार कर रहे हैं. मरीजों के लिए खून की आवश्यकता बनी हुई है.
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गौरतलब है कि राज्य सरकार के निर्देश जारी होने के बाद शहर में रक्तदान शिविर आयोजित करने वाली संस्थाओं ने अपने सभी शिविर स्थगित कर दिए. इसके अलावा शहर के हॉस्टल में रहने वाले छात्र भी शहर छोड़ चुके हैं. ऐसे में रक्त दाताओं का भी टोटा बना हुआ है.