जोधपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने राजस्थान के सियासी उलझन सुलझाने की बड़ी चुनौती है. इस बीच उन्हें बधाई देने के लिए सीएम अशोक गहलोत दिल्ली पहुंचे. वहीं उनके खास माने जाने वाले मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ भी खड़गे को बधाई देने पहुंचे. इन्हीं तीनों पर 25 सितंबर को बुलाई गई विधायक दल के समानांतर अलग रूप से विधायकों की बैठक बुलाने और आलाकमान के आदेशों की अवहेलना का आरोप है. खड़गे को बधाई देने के लिए इन नेताओं के दिल्ली पहुंचने के बाद ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने एक बार फिर ट्वीट करते हुए तंज कसा है.
दिव्या मदेरणा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एक समय वो जब खड़गे जी इंतजार करते रहे, उनसे मिलने नहीं आए. आज समय बदला तो सबसे पहले पहुंचे हैं. दिव्या ने लिखा कि यह समय समय की बात है. विधायक ने ट्वीट में जो फोटो लगाई उसमें सीएम गहलोत नजर नहीं आ रहे हैं, इसके अपने ही सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
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समय का फेर है -मिलने तक नहीं आए खड़के जी के लाख बुलाने पर,विधायक दल की मीटिंग को बॉयकॉट कर समांतर मीटिंग की और यही मुख्य सचेतक और संसदीय कार्य मंत्री प्रतिनिधि बनकर आए तो खड़के जी के सामने शर्त रखी कि जो फ़ेसला होगा वह 19 oct के बाद होगा व हम सिर्फ सोनिया गांधी जी से मिलेंगे ।
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— Divya Mahipal Maderna (@DivyaMaderna) October 19, 2022
विधायक दिव्या मदेरणा ने एक के बाद एक तीन ट्वीट करते हुए निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि हाईकमान के खिलाफ साजिश वाले लोग सबसे पहले हैं, जो कांग्रेस के नए अध्यक्ष को बधाई देने दिल्ली गए हैं. संयोग से खड़गे ही विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने जयपुर भेजे गए पर्यवेक्षकों में से एक थे. जिन्होंने बाद में अनुशासन समिति को एक लिखित रिपोर्ट सौंपी. जिसके आधार पर नोटिस जारी हुए.
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दिव्या ने ट्वीट कर कहा कि कभी घमंड न कीजिए, समय बड़ा बलवान, किए रंक राजा कई, निर्धन को धनवान. विधायक ने 25 सितंबर की घटना के साथ जोड़ कर लिखा की उस दिन 'खड़गे जी' के बुलाने पर नहीं आए. विधायक दल की मीटिंग को बॉयकॉट कर समांतर मीटिंग की थी. यही मुख्य सचेतक और संसदीय कार्य मंत्री ने खड़गे जी के सामने शर्त रखी कि जो फ़ेसला होगा वह 19 अक्टूबर के बाद होगा व हम सिर्फ 'सोनिया गांधी जी' से मिलेंगे. लेकिन आज उनसे मिलने सबसे पहले पहुंचे हैं.