जोधपुर. ओसियां की विधायक दिव्या मदेरणा पर भोपालगढ़ में मार्केटिंग सोसायटी के चुनाव के दौरान हुए हमले को लेकर राजनीति गरमा गई है. दिव्या पर हमले मामले में राजस्थान के प्रभारी रहे कांग्रेस नेता अजय माकन ने भी विरोध जताया है. माकन ने ट्वीट कर हमला करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. माकन ने दिव्या का साथ देकर एक तीर से दो निशान साधा है.
दिव्या के समर्थन के साथ ही सीएम गहलोत को भी आड़े हाथ लिया है. वो ऐसे क्योंकि दिव्या मदेरणा पर हमला करने वाले पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के समर्थक थे. जाखड़ अशोक गहलोत के कट्टर समर्थक हैं और दिव्या के विरोधी हैं. ऐसे में पार्टी फोरम में अगर इस घटना की बात उठती है तो विधायक पर हमला करने के मामले में बद्रीराम जाखड़ का नाम आएगा तो गहलोत को भी सफाई देनी पड़ेगी.
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25 सितंबर की घटना पर दिव्या हुई थीं मुखर
गत वर्ष 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक आयोजित होनी थी. इसके लिए बतौर पर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे आए हुए थे. दिव्या सहित कुछ विधायक सीएम आवास में बुलाई बैठक में पहुंच गए, लेकिन ज्यादातर विधायक शाति धारीवाल के घर एकत्र हुए और अपना इस्तीफा दे दिया जिसके चलते विधायक दल की बैठक नहीं हुई. आलाकमान के आदेश की पालना नहीं हुई. इस घटना को लेकर मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और आरटीडीसी के चैयरमेन धर्मेद्र राठौड़ पर कार्रवाई को लेकर दिव्या मदेरणा ने पुरजोर आवाज उठाते हुए माकन का समर्थन किया था.
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जाखड़ समर्थक दिखे लठ्ठ चलाते हुए
बीते मंगलवार को भोपालगढ़ में मार्केटिंग सोसाइटी के अध्यक्ष का निर्वाचन होना था. उस समय विधायक दिव्या मदेरणा भी वहां पहुंची थीं. उस दौरान जाखड़ समर्थकों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और उस पर हमला कर दिया. एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें विधायक मदरेणा की गाड़ी का चालक वाहन ले जाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन उसके आगे युवक खड़े हो गए. इस दौरान गाड़ी पर हमला हुआ. बद्रीराम जाखड़ समर्थक नारायणराम ने स्कॉर्पियों का पीछे लट्ठ भी मारा जिससे गाड़ी का कांच फूट गया। इस दोरान दिव्या मदेरणा आगे की सीट पर बैठी थीं. बचने के लिए उन्हें अंदर से ही बीच की सीट पर आना पड़ा.
दर्ज नहीं करवाया मामला
इस घटना के बाद भोपालगढ़ पुलिस ने नारायणराम को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. उसकी जमानत भी हो गई क्योंकि विधायक मदरेणा की तरफ से कोई रिपोर्ट नहीं दी गई. इसके चलते मामला दर्ज नहीं हुआ. जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धर्मेद्र सिंह यादव का कहना है कि हमें अगर रिपोर्ट मिलती है तो हम अभी भी कार्रवाई कर सकते हैं.