जोधपुर. RAS भर्ती 2018 में इंटरव्यू में बेहतर अंक दिलाने के नाम पर 20 लाख की रिश्वत की राशि लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों को शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश किया गया, जहां से तीनों को न्यायिक हिरासत में कारागृह भेज दिया गया है.
इस प्रकरण में गिरफ्तार किए गए बाड़मेर के जोगाराम, ठाकराराम जोधपुर के किसनाराम से एसीबी को मिली महत्वपूर्ण जानकारियों के आधार पर एसीबी अब आगे की कड़ियां जोड़ने में जुटी है. खास तौर से 9 अप्रैल इंटरव्यू के दिन हुई व्हाट्सएप चैट को लेकर पड़ताल की जा रही है. सूत्रों की माने तो 2 दिन की पूछताछ में कुछ नाम एसीबी को मिले हैं. जिनके तार RPSC से जुड़े होने की संभावना है. जिसको लेकर मुख्यालय के निर्देश पर आगे पड़ताल जारी रहेगी. संभवत इस प्रकरण में RAS परीक्षा में चयनित हुए अध्यक्ष हरीश सारण से भी ऐसे भी पूछताछ कर सकती है लेकिन फिलहाल एसीबी किसी चीज का खुलासा नहीं कर रही है.
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गौरतलब है कि बाड़मेर जिला निवासी अभ्यर्थी हरीश सारण को इंटरव्यू में 70 अंक दिलवाने के लिए उसके रिश्तेदार जोगाराम और निजी शिक्षण संस्थान चलाने वाले ठाकराराम ने जोधपुर में निजी स्कूल में काम करने वाले किसनाराम के मार्फत 20 लाख रुपए किसी व्यक्ति तक पहुंचाए थे लेकिन इसके बावजूद हरीश को 70 अंक नहीं मिले. जिस पर उससे राशि वापस मांगी गई. बुधवार रात को किसानाराम से यह राशि लेकर जोगाराम और ठाकराराम वापस बाड़मेर जा रहे थे. उस समय एसीबी की टीम ने उन्हें दबोचा था. जिसके बाद किसनाराम को भी हिरासत में ले लिया गया.
एसीबी की टीम में 2 दिन तक लगातार किसनाराम से यह बात उगलवाने में लग रही कि आखिरकार कृष्णा राम के आगे ऐसे किस व्यक्ति से संपर्क है, जो आरपीएससी में आर ए एस इंटरव्यू में 70 अंक दिलवा रहा था. कृष्णा राम ने एसीबी को बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दी है लेकिन ऐसी भी फोन कॉल डिटेल व्हाट्सएप चैट के आधार पर कड़ियां जोड़ने में जुटी है.