जोधपुर. जिले में डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने संबद्ध सभी अस्पतालों में इंटीग्रेटेड हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम का नया सॉफ्टवेयर आनन-फानन में लागू कर दिया. जिसमें परामर्श के लिए बनने वाली पर्ची प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड की आवश्यकता होती है. हालांकि, आधार नहीं होने पर मोबाइल नंबर लिखे जा सकते हैं. लेकिन, वह मोबाइल नंबर आधार से जुड़े हुए होना जरूरी है.
इसके चलते पिछले 2 दिनों से यहां अस्पतालों में मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि ज्यादातर मरीजों के परिजनों को इस बात का पता ही नहीं था कि आधार लाना जरूरी है. वहीं, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि आधार के बिना भी पर्ची बनाने के निर्देश दिए गए हैं. लेकिन, हकीकत में यहां ऑपरेटर अब पूरी तरह से आधार के बिना पर्ची नहीं बना रहे हैं. जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है.
एमडीएम अस्पताल उपअधीक्षक डॉ पीके खत्री ने बताया कि ऑपरेटर पहले नाम पूछकर पर्ची बनाता था. जिसमें कई तरह की गलतियां रह जाती थी. इसे सुधारने के लिए आधार कार्ड डाटा लिंक किया गया है. जिससे सही नाम और सही जानकारी दर्ज हो सके. इसका फायदा मरीज को ही मिलेगा. उन्होंने बताया कि क्लेम उठाने और मृत्यु होने की स्थिति में जो प्रमाण पत्र जारी होता है उसमें सही नाम दर्ज होता है जिसके अभाव में कई बार क्लेम अटक जाते हैं.
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वहीं, इसके अलावा सरकारी योजनाओं का लाभ भी आसानी से प्राप्त किया जा सकता है. गौरतलब है कि सरकार अब लगातार अस्पतालों का रिकॉर्ड ऑनलाइन करने जा रही है. जिसके तहत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मोबाइल के जरिए भी परामर्श पर्ची बनाने के लिए सुविधा दी गई है.