बिलाड़ा (जोधपुर). कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. जिसके चलते किसी को भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. ऐसे में जोधपुर जिले के बिलाड़ा उपखंड के खारिया-मिठापुर गांव की मस्जिद में बिना अनुमति के एक व्यक्ति के दाखिल होने की जानकारी मोहल्ला वासियों को मिली. जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई.
स्थानीय निवासियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन, चिकित्सा विभाग और पटवारी गांव की मस्जिद में पहुंचे. जहां से संदिग्ध व्यक्ति को एम्बुलेंस की सहायता से क्वॉरेंटाइन सेंटर लेकर आया. व्यक्ति की जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक खारिया-मिठापुर की मस्जिद से पकड़े गए संदिग्ध व्यक्ति नागौर जिले की बासनी गांव का बताया जा रहा है. ये व्यक्ति प्रशासन के बिना परमिशन लाॅकडाउन के बीच मस्जिद कैसे और कब पहुंचा. इसकी पुख्ता जानकारी मस्जिद का मौलवी नहीं दे पाया. बिलाड़ा प्रशासन को पकड़े गए व्यक्ति पर संदेह होने से जांच शुरू कर दी गई है. हालांकि, पूरा मामला मेडिकल जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.
इधर, सिधीपुरा से क्वॉरेंटाइन किए गए मौलवी और एक अन्य की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. रविवार शाम को पीपाड़ शहर प्रशासन की ओर से सिधीपुरा मस्जिद के मौलवी की ट्रैवल हिस्ट्री जैसलमेर जिले के पोकरण से जुड़ी हुई पाई गई. जिसके कारण जांच के लिए मौलवी मोहम्मद आरिफ और मारुफ को जिला अस्पताल भेजा था. जहां पर इन दोनों की मेडिकल रिपोर्ट नेगेटिव आने पर सभी ने राहत की सांस ली है.
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चिकित्सक डाॅ. एसएस पंवार ने बताया कि सिंधीपुरा मस्जिद के मौलवी और एक अन्य की ट्रैवल हिस्ट्री जैसलमेर के पोकरण से होने व कोरोना संदिग्ध लगने पर कल जांच के लिए दोनो को जोधपुर जिला प्रशासन के पास भेजा गया था. जिनकी प्रथम जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. फिर भी इन्हें व इनके सम्पर्क में आए अन्य पांच जनों को 14 दिनों के लिए वैलनेस सेन्टर में रखा जाएगा.