जोधपुर. राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के बाद से ही कांग्रेस के नेता केंद्र की मोदी सरकार और पीएम मोदी पर हमले कर रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को जोधपुर में आयोजित संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अडानी को लेकर सवाल पूछ रहे थे, जिसका जवाब प्रधानमंत्री के पास नहीं था. आरोप लगाया है कि योजनाबद्ध तरीके से षड्यंत्र कर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द की गई.
सीएम ने कहा कि आज देश में माहौल खराब हुआ है. ज्यूडिशरी सहित संवैधानिक संस्थाएं दबाव में हैं. ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल विपक्षी पार्टियों के नेताओं के खिलाफ किया जा रहा है, ताकि उनकी आवाजों को दबाया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में ऐसे भी मंत्री हैं, जिनको लोग जानते भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अमित शाह जैसे दो-चार मंत्री ही ऐसे हैं, जिनको लोग जानते हैं, शेष तो ढोलीघोड़ा (ढोलीघोड़ा का स्थानीय भाषा में आशय होता है नकारा जिसके पास कोई काम न हो) हैं.
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सीएम यहीं नहीं रुके उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है, लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं होती है. यूपीए सरकार में किसी भी प्रकार के आरोप पर मुख्यमंत्री और मंत्रियों के इस्तीफे तक ले लिए जाते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि जोधपुर सांसद भी संजीवनी मामले में मुलजिम हैं. वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 में कर्नाटक के कोलार में कहा था कि नीरव मोदी, ललित मोदी और नरेंद्र मोदी सब चोरों का सर नेम मोदी क्यों है?
इस पर एक गुजरात के एमएलए जिनका सरनेम मोदी है, उन्होंने केस कर दिया था. वहीं, 7 मार्च, 2022 से उस एमएलए ने स्टे ले रखा था. इसके बाद 16 फरवरी 2023 को राहुल गांधी ने संसद में अडानी की बात की तो वो एमएलए हाईकोर्ट चला गया और स्टे हटाकर दोबारा मामले को शुरू कराया गया. उसके बाद फैसला आया यानी इसके पीछे भी षड्यंत्र था. इस कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, पूर्व मंत्री हरिश चौधरी, मंत्री सुखराम विश्नोई, हेमाराम चौधरी सहित अन्य नेताओं व विधायकों ने भी बारी-बारी से अपनी बातें रखी.