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मनरेगा में कमाल, मृत व्यक्तियों को लगाया काम पर, उठा लिया भुगतान

जोधपुर में मनरेगा (MNREGA) में मृतकों के नाम मस्टरोल में चढ़ाकर घोटाला करने का मामला सामने आया है. एक RTI कार्यकर्ता ने सरकारी दस्तावेज से इसको उजागर किया है.

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Published : Aug 28, 2021, 5:41 PM IST

Updated : Aug 28, 2021, 5:53 PM IST

MNREGA, Jodhpur news
मृतकों के नाम मस्टरोल में चढ़ाकर घोटाला

जोधपुर. बाप उपखंड की पंचायतों में नरेगा के तहत होने वाले कामों में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. कोई मरने के बाद भी काम कर सकता है? जवाब होगा नहीं लेकिन जोधपुर जिले के बाप उपखंड की पंचायतों में मनरेगा के तहत होने वाले कामों में ऐसा हो रहा है. एक नहीं कई ऐसे मामले सामने आए हैं. जिसमें मृतकों के नाम मस्टरोल में चढ़ाकर उनके नाम पर भुगतान करवाया गया.

एक आरटीआई (RTI) कार्यकर्ता ने सरकारी दस्तावेजों से यह साबित किया है. जिस पर अब बाप पुलिस थाने में तत्कालीन सरपंच और अन्य के विरुद्ध दर्ज किया गया है. जैसलमेर जिले के भणियाना क्षेत्र निवासी अशोक कुमार ने फलोदी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को इस भ्रष्टाचार से जुड़े और दस्तावेज भेज कर कार्रवाई की मांग की तो बाप थाने में मामला दर्ज हुआ है. जिसमें बताया गया है कि तत्कालीन बाप पंचायत समिति की के ग्राम नूरे का बुर्ज, भडला और अन्य पंचायत में कई मृतकों को काम पर दिखाकर राशि उठाई गई है. इनमें नूरे का बुर्ज की कालू खां की ढाणी निवासी अली मोहम्मद पुत्र माजी खान की राजकीय रिकार्ड के अनुसार 15 जुलाई 2017 को मृत्यु हो चुकी थी लेकिन इसके बावजूद 16 फरवरी 2018 से 15 अक्टूबर 2019 तक मस्टरोल में नाम चलाया गया और उसकी मजदूरी का भुगतान किया गया. जिस मस्टरोल से काम बताया गया कि उसकी फर्जी मेजरमेंट बुक भी भरी गई.

यह भी पढ़ें. अजमेरः भिक्षावृत्ति करते तीन लोगों के साथ मारपीट करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

इसी तरह से भडला निवासी हासम खान पुत्र रमजान खान की मृत्यु 22 फरवरी 2018 को मृत्यु हो गई लेकिन फर्जी काम के तहत 16 जुलाई 2020 से 31 अगस्त 2020 तक उसे काम पर दिखाकर भुगतान दिया गया. इसी तरह से लाल​दीन पुत्र कालू खां की मृत्यु 25 दिसंबर 2019 हो गई. इसके बावजूद 16 जुलाई 2020 से 31 जुलाई 2020 तक काम पर बताकर भुगतान किया गया.

जोधपुर. बाप उपखंड की पंचायतों में नरेगा के तहत होने वाले कामों में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. कोई मरने के बाद भी काम कर सकता है? जवाब होगा नहीं लेकिन जोधपुर जिले के बाप उपखंड की पंचायतों में मनरेगा के तहत होने वाले कामों में ऐसा हो रहा है. एक नहीं कई ऐसे मामले सामने आए हैं. जिसमें मृतकों के नाम मस्टरोल में चढ़ाकर उनके नाम पर भुगतान करवाया गया.

एक आरटीआई (RTI) कार्यकर्ता ने सरकारी दस्तावेजों से यह साबित किया है. जिस पर अब बाप पुलिस थाने में तत्कालीन सरपंच और अन्य के विरुद्ध दर्ज किया गया है. जैसलमेर जिले के भणियाना क्षेत्र निवासी अशोक कुमार ने फलोदी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को इस भ्रष्टाचार से जुड़े और दस्तावेज भेज कर कार्रवाई की मांग की तो बाप थाने में मामला दर्ज हुआ है. जिसमें बताया गया है कि तत्कालीन बाप पंचायत समिति की के ग्राम नूरे का बुर्ज, भडला और अन्य पंचायत में कई मृतकों को काम पर दिखाकर राशि उठाई गई है. इनमें नूरे का बुर्ज की कालू खां की ढाणी निवासी अली मोहम्मद पुत्र माजी खान की राजकीय रिकार्ड के अनुसार 15 जुलाई 2017 को मृत्यु हो चुकी थी लेकिन इसके बावजूद 16 फरवरी 2018 से 15 अक्टूबर 2019 तक मस्टरोल में नाम चलाया गया और उसकी मजदूरी का भुगतान किया गया. जिस मस्टरोल से काम बताया गया कि उसकी फर्जी मेजरमेंट बुक भी भरी गई.

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इसी तरह से भडला निवासी हासम खान पुत्र रमजान खान की मृत्यु 22 फरवरी 2018 को मृत्यु हो गई लेकिन फर्जी काम के तहत 16 जुलाई 2020 से 31 अगस्त 2020 तक उसे काम पर दिखाकर भुगतान दिया गया. इसी तरह से लाल​दीन पुत्र कालू खां की मृत्यु 25 दिसंबर 2019 हो गई. इसके बावजूद 16 जुलाई 2020 से 31 जुलाई 2020 तक काम पर बताकर भुगतान किया गया.

Last Updated : Aug 28, 2021, 5:53 PM IST
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