लूणी (जोधपुर). प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता ही जा रहा है. दूसरी तरफ शहर में अनलॉक 1.0 के दौरान बाजार पूरी तरह से खुल चुके हैं, लेकिन कोरोना के डर से लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं. ऐसे में लूणी के दुकानदारों और व्यापारियों को दुकान की बिजली बिल तक चुकाने में मुश्किल हो रही है.
चोपासनी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर 9 से लेकर फर्स्ट और सेकंड पुलिया मार्केट में ज्यादातर दुकानें बंद है. ये दुकानें इसलिए बंद है क्योंकि ग्राहक नहीं आ रहे हैं. ऐसे में व्यापारियों को दुकान का किराया चुकाना भी मुश्किल हो गया है. 3 महीनों तक दुकान बंद होने से व्यापारी और दुकानदारों की हालत खस्ताहाल हो गई है. व्यापारी राजू ने बताया कि हालात ऐसे हैं कि दुकानें खाली करनी पड़ रही है. वहीं, ग्राहक नहीं आने से अब दुकानदारों और व्यापारियों को बिजली के बिल चुकाने में भी परेशानी हो रही है.
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बता दें कि केंद्र सरकार ने छोटे-मध्यम वर्ग के व्यापारियों के लिए 20 लाख करोड़ की राहत पैकेज की घोषणा की थी. उसका लाभ नहीं मिलने से लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. व्यापारी ने बताया कि इस समय दुकानदारों के हालात दयनीय है. कोरोना के डर से और तेज गर्मी के कारण लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. वहीं, पुलिस शाम के समय दुकानें बंद करवा देती है. व्यापारियों का कहना है कि मार्केट में सभी छोटे व्यापारियों की हालत खराब है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि टैक्स में रियायत दी जाए, जिससे उन्हें राहत मिल सके.
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व्यापारी नारायण खाटवानी कहते हैं कि लॉकडाउन के बाद दुकानदार खाली बैठे हैं. कई दुकानों का किराया तक नहीं निकल पा रहा है. वहीं, व्यापारी महेंद्र आचार्य ने बताया कि अगर यही हालात रहे तो ऐसा लगता है, अगले 6 महीनों तक कुछ नहीं होगा. ग्राहक आ नहीं रहे हैं. ऐसे में व्यापारियों के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है. व्यापारी चिंतित हैं कि ऐसे चलता रहा तो उनका गुजारा कैसे होगा.