बिलाड़ा (जोधपुर). प्रदेश भर में चल रहे भारतीय किसान संघ संगठन की ओर से 21 सूत्री मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. किसान संघ के जोधपुर संभाग, जैविक प्रमुख गायड़राम ढाका और तहसील अध्यक्ष तुलछाराम के नेतृत्व में किसान बिलाड़ा उपखंड कार्यालय के सामने गुरुवार को भी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहे.
संगठन पदाधिकारी गायड़राम ढाका ने कहा कि बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि, टिड्डी हमले और पाला गिरने जैसी प्राकृतिक आपदाओं से किसान जूझ रहे हैं. साथ ही कोरोना गाइडलाइन की पालन के सख्त निर्देश के बावजूद भी ब्याज मुक्त सहकारी ऋण में कटौती, कम विद्युत उपयोग को आधार मान कर गलत विजिलेंस कार्रवाई की जा रही है.
बता दें कि विद्युत बिलों में दी जा रही 833 रुपये की सब्सिडी बंद करने, बांधों में पर्याप्त पानी होने के उपरांत भी सिंचाई के लिए पानी नहीं देने जैसी कई मुद्दे शामिल हैं. जिससे किसानों को मजबूरन आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. तहसील अध्यक्ष तुलछाराम राठौड़ ने कहा कि भारतीय किसान संघ का यह अनिश्चित कालीन धरना तबतक चलेगा. जब तक सरकार की ओर से किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता है. किसान मोर्चा सदस्य हड़मानराम पटेल ने वसुंधरा सरकार की विधुत बिल कटौती को पुन: शुरू करने की बात कही है.
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साथ ही बिलाड़ा उपखंड कार्यालय के सामने चल रहे दो दिन से धरना-प्रदर्शन से पहले बुधवार को किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम अपनी 21 सूत्री मांगों का एक ज्ञापन एसडीएम रामचंद्र खटीक को सौंपा था. जिसपर खटीक ने किसानों को उनकी अवाज सरकार तक पहुंचाकर समस्या का समाधान जल्द से जल्द कराने का आश्वासन दिया है.