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पुरी जगन्नाथ मंदिर में इस घी से बनेगा महाप्रसाद, दूसरे ब्रांड का Ghee नहीं चलेगा!

श्री जगन्नाथ मंदिर में आगे से ओमफेड घी का ही उपयोग किया जाएगा. साथ ही चेतावनी जारी की गई है कि यदि कोई भी व्यक्ति श्रीमंदिर में किसी अन्य ब्रांड का घी ले जाता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

Puri Jagannth Temple
पुरी जगन्नाथ मंदिर (फाइल फोटो) (ANI)

पुरी: ओडिशा के पुरी जगन्नाथ मंदिर ने घोषणा की है कि, महाप्रसाद की तैयारी और मंदिर में दीप जलाने के लिए केवल ओडिशा राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ ओमफेड (OMFED) से मिले घी का उपयोग किया जाएगा. वहीं बाहर से किसी अन्य ब्रांड का घी लाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है. श्री जगन्नाथ मंदिर कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी.

बता दें कि, आंध्र प्रदेश के तिरुपति बाला मंदिर के प्रसाद के घी में मिलवाट की शिकायत के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल देखा गया था. जिसके बाद श्री जगन्नाथ मंदिर में अब से ओमफेड घी का उपयोग किए जाने का निर्णय मंगलवार को लिया गया.

वहीं, जगन्नाथ मंदिर मुख्य प्रशासक ने ओमफेड से सहयोग करने का अनुरोध किया है. मंदिर के मुख्य प्रशासक ने ओमफेड के एमडी को पत्र लिखकर लिए गए निर्णय की जानकारी दी. उन्होंने विशेष डिपो के लिए कदम उठाने का भी आग्रह किया.

मुख्य प्रशासक ने पत्र में लिखा, "मंदिर के अंदर महाप्रसाद बनाने और दीयों के लिए केवल ओमफेड घी का उपयोग करने का निर्णय लिया गया है. इस पर अधिकारियों के साथ चर्चा और सहमति बन गई है. इसलिए ओमफेड से अनुरोध है कि, वह मंदिर में ओमफेड घी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए घी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए.

मुख्य प्रशासक ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आदेश दिया है कि ओमफेड के अलावा कोई अन्य घी मंदिर में प्रवेश न करे. साथ ही यह चेतावनी जारी की गई है कि यदि कोई भी व्यक्ति श्रीमंदिर में किसी अन्य ब्रांड का घी ले जाता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: पुरी जगन्नाथ मंदिर में भक्तों को जल्द मुफ्त महाप्रसाद मिलेगा, ओडिशा सरकार ने शुरू की पहल

पुरी: ओडिशा के पुरी जगन्नाथ मंदिर ने घोषणा की है कि, महाप्रसाद की तैयारी और मंदिर में दीप जलाने के लिए केवल ओडिशा राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ ओमफेड (OMFED) से मिले घी का उपयोग किया जाएगा. वहीं बाहर से किसी अन्य ब्रांड का घी लाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है. श्री जगन्नाथ मंदिर कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी.

बता दें कि, आंध्र प्रदेश के तिरुपति बाला मंदिर के प्रसाद के घी में मिलवाट की शिकायत के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल देखा गया था. जिसके बाद श्री जगन्नाथ मंदिर में अब से ओमफेड घी का उपयोग किए जाने का निर्णय मंगलवार को लिया गया.

वहीं, जगन्नाथ मंदिर मुख्य प्रशासक ने ओमफेड से सहयोग करने का अनुरोध किया है. मंदिर के मुख्य प्रशासक ने ओमफेड के एमडी को पत्र लिखकर लिए गए निर्णय की जानकारी दी. उन्होंने विशेष डिपो के लिए कदम उठाने का भी आग्रह किया.

मुख्य प्रशासक ने पत्र में लिखा, "मंदिर के अंदर महाप्रसाद बनाने और दीयों के लिए केवल ओमफेड घी का उपयोग करने का निर्णय लिया गया है. इस पर अधिकारियों के साथ चर्चा और सहमति बन गई है. इसलिए ओमफेड से अनुरोध है कि, वह मंदिर में ओमफेड घी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए घी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए.

मुख्य प्रशासक ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आदेश दिया है कि ओमफेड के अलावा कोई अन्य घी मंदिर में प्रवेश न करे. साथ ही यह चेतावनी जारी की गई है कि यदि कोई भी व्यक्ति श्रीमंदिर में किसी अन्य ब्रांड का घी ले जाता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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