जोधपुर. नगर निगम के तरफ से शहर में चलाई जा रही निजी बस से मंगलवार सुबह घर से कॉलेज जा रही दिव्यांग छात्रा की बस के चपेट में आने से मौत हो गई.
मृतिका के परिजनों और नर्सिंग स्टूडेंट्स द्वारा रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही शास्त्री नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने परिजनों से बातचीत शुरू की लेकिन परिजनों ने अपनी तीन प्रमुख मांगों को लेकर कहा कि बस चालक और परिचालक को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. मृतका के परिजनों को मुआवजा दिया जाए और मृतका के परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी दी जाए.
पढ़ेंः जोधपुर में मांजू गैंग का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
इन मांगों को लेकर परिजन और नर्सिंग छात्र धरने पर बैठ गए. मृतका के परिजनों द्वारा मांगों को लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल के नेतृत्व में वार्ता हुई. जिसमें तहसीलदार नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहे. प्रशासन द्वारा वार्ता में मृतका के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 1 लाख रूपये का चेक तुरंत रूप से देने का कहा. साथ ही बस के चालक और परिचालक को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने का भी आश्वासन दिया.
पढ़ेंः देवधाम जोधपुरिया की विशाल पदयात्रा पहुंची चाकसू...हुआ भव्य स्वागत
प्रशासन के अधिकारियों ने मुआवजे की मांग और सरकारी नौकरी की मांग को लेकर राज्य सरकार को जल्द से जल्द प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया. प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद मृतका के परिजनों ने रास्ता खोला जिसके बाद मृतका के शव की पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू करवाई गई. मृतका छात्रा विमला के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया. वहीं नर्सिंग यूनियन के नेता सुरेंद्र डांगी ने कहा कि अगर प्रशासन द्वारा मृतका के परिवार वालों को जल्द से जल्द मुआवजा नही दिया गया तो नर्सिंग छात्र छात्राएं प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे.