बालेसर (जोधपुर). वन्यजीवों के शिकार पर रोक के बावजूद शिकारी निरीह जानवरों को शिकार बना रहे हैं. जोधपुर के सोलंकियातला गांव में पांच हिरणों का शिकार करने का मामला सामने आया है. शेरगढ़ वन विभाग और पुलिस ने शिकारियों के घर से हिरणों के अवशेष, कच्चा और पका मांस भी बरामद किया है. साथ ही इस मामले में एक शिकारी को गिरफ्तार किया गया है.
शेरगढ़ वन विभाग के रेंजर मदनसिंह बोड़ा के साथ वन विभाग की टीम ने ये कार्रवाई की है. टीम ने सोलंकियातला के गोरा जाटो की ढाणियो के पास भीलों के घरों में दबिश दी. उन्हें हिराराम पुत्र मोहनराम भील के घर से हिरण का पका और कच्चा मांस के साथ हिरणों के अवशेष मिले. पुलिस ने पूछताछ की तो हिराराम ने शिकारी रामूराम पुत्र कानाराम भील और चेतनराम पुत्र मगाराम भील के साथ मिलकर एक साथ 5 हिरणों का शिकार करना कबूल किया.
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दो आरोपी फरार
जिसके बाद रामूराम और चेतनराम के घर से भी हिरण का मांस बरामद हुआ लेकिन शिकारी रामूराम और चेतनराम फरार हो गए. शिकारी रामूराम, चेतनराम और हिराराम तीनों के अलग-अलग घर से कच्चा और पका मांस बरामद हुआ. साथ ही जमीन में गाड़ा हुआ मांस भी बाहर निकालने पर पैर और अन्य अवशेष भी बरामद हुए. जिन्हें वन विभाग ने कब्जे में लिया है. जबकि फरार शिकारी रामूराम और चेतनराम की तलाश की जा रही है. वहीं पुलिस टीम ने एक महिला और बुजर्ग मोहनराम को दस्तयाब कर पूछताछ की जा रही है.
हिरण की मौत
बाड़मेर के मौखाब सरहद में गुरूवार सुबह एक हिरण श्वान की चपेट में आ गया. ग्रामीणों ने श्वान के झुंड से हिरण को छुड़ाया, तब तक हिरण जख्मी हो गया. ग्रामीण तेजसिंह राजपुरोहित ने बताया कि हिरण को तत्काल उपचार के लिए पशु चिकित्सालय मौखाब लाया गया, जहां पर कोई कर्मचारी उपस्थित नहीं था. ऐसे में इलाज के अभाव में हिरण ने दम तोड़ दिया. ग्रामीणों का कहना है कि इन दिनों वन से भटक कर सरहद में विचरण कर रहे जंगली जीव सुरक्षित नहीं है. आए दिन हिरण श्वानों के शिकार हो रहे है.