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जोधपुर: रोडवेज बस से 38 श्रमिकों को रवाना किया गया पंजाब

पंजाब के संगरूर के रहने वाले और गमले बेचकर अपना जीवन-यापन करने वाले 38 श्रमिकों को शनिवार को जोधपुर के आसोप से रोडवेज बस से रवाना किया गया. मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रवासी श्रमिकों के लिए रोडवेज बस की व्यवस्था की गई.

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जोधपुर से पंजाब रवाना किए गए 38 श्रमिक
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Published : Jun 21, 2020, 4:21 AM IST

भोपालगढ़ (जोधपुर). कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान जिले के भोपालगढ़ क्षेत्र में पंजाब के संगरूर के रहने वाले और गमले बेचकर अपना जीवन-यापन करने वाले 38 श्रमिक फंस गए थे. ये श्रमिक काफी लंबे वक्त से पंजाब जाने की मांग कर रहे थे, लेकिन पंजाब सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के कारण वहां नहीं जा पाए.

ऐसे में इन श्रमिकों की समस्याओं को देखते हुए स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों, पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ और कांग्रेस नेता शिवकरण सैनी ने कोशिश जारी रखी. सभी की कोशिश का परिणाम ये रहा है कि अब इनका पंजाब जाना संभव हो पाया. गमले बेचने वाले इन 38 श्रमिकों को शनिवार के दिन भोपालगढ़ के आसोप से रोडवेज बस से रवाना किया गया.

पढ़ें: जयपुर: हेल्पलाइन 'शेयरिंग-केयरिंग' बुजुर्गों के लिए आयोजित कर रहा ऑनलाइन सत्र, आर्ट ऑफ लिविंग से होगी शुरूआत

बता दें कि इसके मद्देनजर 2 दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पत्र-व्यवहार और दूरभाष पर बात कर श्रमिकों को पंजाब जाने के लिए स्वीकृति प्रदान करवाने की मांग की गई थी. ऐसे में मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रवासी श्रमिकों के लिए रोडवेज बस की व्यवस्था की गई और इन श्रमिकों को रवाना किया गया. भोपालगढ़ के आसोप से पंजाब के लिए सभी श्रमिकों को खाद्य सामग्री के किट, बिस्किट, ब्रेड और मास्क देकर रवाना किया गया.

रवाना होते हुए श्रमिकों ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ का आभार जताया. इस दौरान नायब तहसीलदार हरेंद्र, पंचायत समिति सदस्य रामकिशोर खदाव, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक ज्ञानचंद मुणोत, युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं राजीव गांधी युवा मंडल आसोप के अध्यक्ष मनोहर परिहार, युवा नेता महेंद्र प्रताप और पूर्व उप सरपंच कासम खान उपस्थित रहे.

भोपालगढ़ (जोधपुर). कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान जिले के भोपालगढ़ क्षेत्र में पंजाब के संगरूर के रहने वाले और गमले बेचकर अपना जीवन-यापन करने वाले 38 श्रमिक फंस गए थे. ये श्रमिक काफी लंबे वक्त से पंजाब जाने की मांग कर रहे थे, लेकिन पंजाब सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के कारण वहां नहीं जा पाए.

ऐसे में इन श्रमिकों की समस्याओं को देखते हुए स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों, पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ और कांग्रेस नेता शिवकरण सैनी ने कोशिश जारी रखी. सभी की कोशिश का परिणाम ये रहा है कि अब इनका पंजाब जाना संभव हो पाया. गमले बेचने वाले इन 38 श्रमिकों को शनिवार के दिन भोपालगढ़ के आसोप से रोडवेज बस से रवाना किया गया.

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बता दें कि इसके मद्देनजर 2 दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पत्र-व्यवहार और दूरभाष पर बात कर श्रमिकों को पंजाब जाने के लिए स्वीकृति प्रदान करवाने की मांग की गई थी. ऐसे में मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रवासी श्रमिकों के लिए रोडवेज बस की व्यवस्था की गई और इन श्रमिकों को रवाना किया गया. भोपालगढ़ के आसोप से पंजाब के लिए सभी श्रमिकों को खाद्य सामग्री के किट, बिस्किट, ब्रेड और मास्क देकर रवाना किया गया.

रवाना होते हुए श्रमिकों ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ का आभार जताया. इस दौरान नायब तहसीलदार हरेंद्र, पंचायत समिति सदस्य रामकिशोर खदाव, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक ज्ञानचंद मुणोत, युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं राजीव गांधी युवा मंडल आसोप के अध्यक्ष मनोहर परिहार, युवा नेता महेंद्र प्रताप और पूर्व उप सरपंच कासम खान उपस्थित रहे.

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