जोधपुर. दिवाली की रात शहर में जमकर आतिशबाजी हुई. इसका असर अस्पतालों में भी नजर (Fireworks in Jodhpur) आया. कई लोग पटाखों के कारण झुलसने से अस्पताल पहुंचे थे, जिनका आपातकालीन इकाई में उपचार हुआ. इनमें से सर्वाधिक 38 रोगी नेत्र रोग विभाग में पहुंचे.
विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद चौहान ने बताया कि रोगी 10 से 20 वर्ष की उम्र के थे. इनमें दो को भर्ती (Eye Burn Cases on Diwali in Jodhpur) किया गया है. बाकी को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. इनमें ज्यादातर की आंखों में चिंगारी पड़ने से नुकसान हुआ है.
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मेडिकल कॉलेज के अधीनस्थ मथुरादास माथुर अस्पताल और महात्मा गांधी अस्पताल दोनों जगहों पर ही दीवाली के दौरान आपातकालीन इकाइयों में सर्जरी, आई और स्किन डिपार्टमेंट के चिकित्सकों की विशेष ड्यूटी लगाई गई थी. इसके चलते जितने भी पटाखों से झुलसने के मामले आए उनमें तुरंत उपचार देकर उन्हें राहत दी गई. कुछ लोगों को बर्न यूनिट में भर्ती भी किया गया है. डॉक्टर्स के मुताबिक झुलसने का कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है.