झुंझुनू. बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जिला प्रशासन की ओर से 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया. इस मौके पर जिला मुख्यालय के बीडीके अस्पताल के जनाना विंग वार्ड में बेटियों को जन्म देने वाली 16 नव प्रसूताओं को मिठाई, बधाई संदेश और बेबी किट का वितरण किया गया. समारोह में मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर यूडी खान थे. वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, सीजेएम विजय सिंह महावत, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, चिकित्साकर्मी, एसआरकेपीएस प्रतिनिधि राजन चौधरी, ज्योति चौधरी, नीतू न्यौला, संजीव महला, मनोज स्वामी सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग उपस्थित रहे.
डीएम ने अपने हाथों से बांटे नव प्रसूताओं को उपहार
इस दौरान जिला कलेक्टर यूडी खान ने कहा कि कहा कि बेटियां समाज की अमानत होती है. इनका लालन पालन हमें और अधिक बेहतर ढंग से करना है. हमें इन्हें अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा देनी होगी. उन्होंन कहा कि समाज में बैलेंस बनाने के लिए लडकियों में वृद्धि करना अति आवश्यक है और इसके लिए जिला प्रशासन और महिला अधिकारिता विभाग प्रयासरत है. जिला कलेक्टर ने जिले में 2020 में 1000 लडकों पर 976 लड़कियों का औसत को जिले के लिए गौरव की बात बताया.
पौष्टिक आहार के लिए आंगनबाड़ी पर हो न्यूट्री गार्डन विकसित
कार्यक्रम में जिला कलेक्टर ने बताया कि साल 2020 में महिलाओं को गर्भावस्था में पोष्टिक आहार देने और बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर न्यूट्री गार्डन विकसित किए जा रहे हैं. जिले में 1595 आंगनबाड़ी केन्द्रों में से 378 केन्द्रों पर प्रति केन्द्र 10 हजार और शेष केन्द्रों पर 300 रुपए प्रति केन्द्र पोषण वाटिका विकसित करने के लिए दिए गए हैं.
बालिका उत्थान के लिए जिले में हुए ये महत्वपूर्ण काम
झुंझुनू में बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन और महिला अधिकारिता विभाग की ओर से नई पहल करते हुए 2 मार्च 2020 को अतंर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बालिका सम्मान समारोह आयोजित किया गया. इस दौरान सम्मान कार्ड जारी किया गया, जो एकल बालिका दंपत्ती को सरकारी विभागों में प्रमुखता देने के लिए नई पहल थी. इसी तरह लाडो सम्मान निधि फंड बनाया गया. जिसमें अधिकारी, कर्मचारी, भामाशाहों के सहयोग से राशि एकत्रित की गई. इस फंड से बालिका दम्पतियों को स्थाई परिवार नियोजन अपनाए जाने पर 11 हजार रुपए की राशि का भुगतान किया जाता है. साथ ही शिक्षा में बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बालिका सम्मान उद्यान स्थापित किया गया है. जहां पर बोर्ड कक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम लाने वाली छात्राओं द्वारा पौधे लगाने एवं पौधे के सामने उनके नाम की पट्टिका लगाने की शुरूआत की गई.
जिले में तीन दिवस तक मनाया जाएगा प्रशासन लाडो के द्वार कार्यक्रम
महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि जिला कलेक्टर यूडी खान के निर्देशानुसार बालिका दिवस के अवसर पर इसे तीन दिवसीय मनाया जा रहा है. इस अवसर पर तीन दिवसीय बेटी जन्मोत्सव को प्रशासन लाडो के द्वार के रूप में वृहत स्तर पर मनाया जाएगा. पहले दिन जिले के सभी 141 चिकित्सा संस्थाओं में 400 नव प्रसूताओं को बधाई संदेश और बेबी किट का वितरण किया गया. इनमें 2 जिला अस्पताल, 27 सीएचसी, 112 पीएचसी शामिल है. इसके लिए ब्लॉक स्तर पर व्यापक तैयारियां कर इसको सफल बनाया गया.
पढ़ें- झुंझुनू में 4 वर्षीय बच्चे के गुमशुदा होने का मामला, ईंट भट्टे के पास मिली मानव हड्डी
न्यौला ने बताया कि इन तीन दिवसों में अप्रेल 2020 से अब तक जिले में जन्मी सभी बेटियों का सम्मान किया जाएगा, जिसके तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में वहां के लिए नियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों की गई टीम बेटी के घर जाकर उनका सम्मान करेंगी. न्यौला ने बताया कि ये टीमें जिस बेटी के घर जाएगी उस परिवार की समस्याओं को भी जिला प्रशासन के सामने रखेगी, ताकि प्रशासनिक कारणों से उनको परेशानी का सामना नहीं करना पडे. इसी प्रकार टीम की ओर से उन्हें विभिन्न विभागों की ओर से उनके संबंध में दी जाने वाली योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी.