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महिला बाल विकास विभाग का पहले कट जाता था बिजली कनेक्शन, अब बेची जा रही है बिजली - सोलर प्लांट

बिजली की बढ़ी हुई दरों से वर्तमान में हर कोई परेशान है. वहीं, इस मामले में झुंझुनू के महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग ने एक कदम आगे बढ़ते हुए सोलर प्लांट लगवाया है.

The women and child development department in Jhunjhunu is now selling power.
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Published : Aug 2, 2019, 9:46 PM IST

झुंझुनू . सरकारी विभागों के बिल आमतौर पर जमा नहीं होने की शिकायत रहती है. लेकिन झुंझुनू के महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग ने कुछ अलग ही कर दिखाया है. विभाग में हर माह 37 हजार से अधिक का बिजली का भारी बिल आता था . जिसका भुगतान करना अधिकारियों के लिए किसी सिरदर्द से कम नहीं था . हर बार की परेशानी को देखते हुए विभाग की ओर से गत वर्ष नवंबर माह में सोलर प्लांट लगाया गया . जिसकी लागत करीब 6 लाख 20 हजार से अधिक आई . प्लांट के लगने के बाद अब जहां विभागीय स्तर पर बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं, हर माह करीब 40 हजार रुपए की बिजली निगम को बेची भी जा रही है.

महिला बाल विकास विभाग का पहले कट जाता था बिजली कनेक्शन...अब बेची जा रही है बिजली

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विभाग में लगे सोलर प्लांट की राशि अमृता फाउंडेशन से खर्च की गई थी. 18 किलो वाट के लगे सोलर प्लांट से समस्या का समाधान हो चुका है. महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक विप्लव नौला ने बताया की बिल के भुगतान की समस्या नहीं होने पर विभाग के पूरे कक्षों को वातानुकूलित कर दिया गया है. वहीं, हर माह करीब 40 हजार रुपए की बिजली निगम को बेची भी जा रही है. विभाग ने प्लांट के रखरखाव के लिए एक कंपनी से अनुबंध भी किया है. उन्होंने बताया कि पहले सोलर प्लांट नहीं होने पर बिजली बिल ज्यादा होने पर उसके भुगतान में देरी होने पर कई बार कनेक्शन काटने तक की नौबत आ जाती थी. लेकिन, अब सोलर प्लांट लगने के बाद हर समस्या का समाधान हो चुका है.

झुंझुनू . सरकारी विभागों के बिल आमतौर पर जमा नहीं होने की शिकायत रहती है. लेकिन झुंझुनू के महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग ने कुछ अलग ही कर दिखाया है. विभाग में हर माह 37 हजार से अधिक का बिजली का भारी बिल आता था . जिसका भुगतान करना अधिकारियों के लिए किसी सिरदर्द से कम नहीं था . हर बार की परेशानी को देखते हुए विभाग की ओर से गत वर्ष नवंबर माह में सोलर प्लांट लगाया गया . जिसकी लागत करीब 6 लाख 20 हजार से अधिक आई . प्लांट के लगने के बाद अब जहां विभागीय स्तर पर बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं, हर माह करीब 40 हजार रुपए की बिजली निगम को बेची भी जा रही है.

महिला बाल विकास विभाग का पहले कट जाता था बिजली कनेक्शन...अब बेची जा रही है बिजली

पढ़े- बीकानेर के विकास ने यूरोप में फहराया भारत का परचम...वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीता गोल्ड

विभाग में लगे सोलर प्लांट की राशि अमृता फाउंडेशन से खर्च की गई थी. 18 किलो वाट के लगे सोलर प्लांट से समस्या का समाधान हो चुका है. महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक विप्लव नौला ने बताया की बिल के भुगतान की समस्या नहीं होने पर विभाग के पूरे कक्षों को वातानुकूलित कर दिया गया है. वहीं, हर माह करीब 40 हजार रुपए की बिजली निगम को बेची भी जा रही है. विभाग ने प्लांट के रखरखाव के लिए एक कंपनी से अनुबंध भी किया है. उन्होंने बताया कि पहले सोलर प्लांट नहीं होने पर बिजली बिल ज्यादा होने पर उसके भुगतान में देरी होने पर कई बार कनेक्शन काटने तक की नौबत आ जाती थी. लेकिन, अब सोलर प्लांट लगने के बाद हर समस्या का समाधान हो चुका है.

Intro:बिजली की बढ़ी हुई दरों से आज हर कोई परेशान है और ऐसे में सोलर ऊर्जा उसका एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। झुंझुनू के महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग ने ऐसा ही कदम उठाते हुए ना केवल अपना बिजली का बिल बचा है बल्कि झुंझुनू के महिलाए बाल अधिकार से विभाग ने ऐसा ही कदम उठाते बिंदा केवल बिजली का बिल बचा है बल्कि पैसा भी कमा रहे हैं।


Body:झुंझुनू। आम तौर पर सरकारी विभागों के बिल जमा नहीं होने की शिकायत रहती है लेकिन झुंझुनू के महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग ने कुछ अलग ही काम किया है। विभाग में हर माह 37 हजार से अधिक का बिजली का भारी बिल आता था , भुगतान करना अधिकारियों के लिए परेशानी बन जाता था। इस पर विभाग की ओर से गत वर्ष नवंबर माह में सोलर प्लांट लगाया गया। जिसकी लागत करीब 6 लाख 20 हजार से अधिक आई । यह राशि विभाग की ओर से अमृता फाउंडेशन से खर्च की गई। 18 किलो वाट के लगे सोलर प्लांट से समस्या का समाधान हो चुका है।

अब पूरे कक्ष भी वातानुकूलित
महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक विप्लव नौला ने बताया की बिल के भुगतान की समस्या नहीं होने पर विभाग के पूरे कक्षों को वातानुकूलित कर दिया गया है। विभाग की ओर से खप्त के बाद प्रतिमाह 40 हजार रुपए की बिजली निगम को बेची जा रही है। रखरखाव के लिए एक कंपनी से अनुबंध किया गया है।

कनेक्शन कटने की आ जाती है नौबत
भारी रकम होने के कारण चुकता नहीं किए जाने से कई बार कनेक्शन कटने की नौबत तक आ जाती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए अधिकारियों ने सोलर ऊर्जा प्लांट लगाकर इसका तोड़ निकाल लिया है। ऐसे में बिजली उत्पादन के साथ निगम को बिजली बेच रहे है। अधिकारियों के कार्यालय सहित सभी कक्ष भी अब सूरज की किरणों से रोशन हो रहे हैं।

बाइट विप्लव न्यौला उपनिदेशक महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग






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