झुंझुनू . सरकारी विभागों के बिल आमतौर पर जमा नहीं होने की शिकायत रहती है. लेकिन झुंझुनू के महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग ने कुछ अलग ही कर दिखाया है. विभाग में हर माह 37 हजार से अधिक का बिजली का भारी बिल आता था . जिसका भुगतान करना अधिकारियों के लिए किसी सिरदर्द से कम नहीं था . हर बार की परेशानी को देखते हुए विभाग की ओर से गत वर्ष नवंबर माह में सोलर प्लांट लगाया गया . जिसकी लागत करीब 6 लाख 20 हजार से अधिक आई . प्लांट के लगने के बाद अब जहां विभागीय स्तर पर बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं, हर माह करीब 40 हजार रुपए की बिजली निगम को बेची भी जा रही है.
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विभाग में लगे सोलर प्लांट की राशि अमृता फाउंडेशन से खर्च की गई थी. 18 किलो वाट के लगे सोलर प्लांट से समस्या का समाधान हो चुका है. महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक विप्लव नौला ने बताया की बिल के भुगतान की समस्या नहीं होने पर विभाग के पूरे कक्षों को वातानुकूलित कर दिया गया है. वहीं, हर माह करीब 40 हजार रुपए की बिजली निगम को बेची भी जा रही है. विभाग ने प्लांट के रखरखाव के लिए एक कंपनी से अनुबंध भी किया है. उन्होंने बताया कि पहले सोलर प्लांट नहीं होने पर बिजली बिल ज्यादा होने पर उसके भुगतान में देरी होने पर कई बार कनेक्शन काटने तक की नौबत आ जाती थी. लेकिन, अब सोलर प्लांट लगने के बाद हर समस्या का समाधान हो चुका है.