उदयपुरवाटी (झुंझुनू). जिले के उदयपुरवाटी कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल ताराचंद सामोता को 6 दिन पहले एपीओ कर दिया गया. जिसके बाद स्कूल के विद्यार्थियों ने स्कूल पर ताला लगाकर स्कूल के बाहर धरना प्रदर्शन किया. जिसके बाद दूसरे दिन प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचने के बाद समझाइश की.
बता दें कि छात्र-छात्राओं ने प्रशासनिक अधिकारियों की एक भी नहीं सुनी. विद्यार्थियों ने स्कूल के बाहर पिछले 2 दिन से 27 घंटे तक ताला लगाकर स्कूल के एपीओ को निरस्त कराने की मांग की. प्रिंसिपल ताराचंद सामोता के मौके पर पहुंचने के बाद विद्यार्थियों ने मेन गेट से रास्ता छोड़ दिया. जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मेन गेट का ताला खोलकर स्कूल का मेन गेट खोल दिया. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों को भी स्कूल का मेन गेट खुलवाने के लिए 5 घंटे तक लगातार खड़ा रहना पड़ा. जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने स्कूल का मेन गेट खुलवाने के बाद चैन की सांस ली.
यह भी पढ़ें. निकाय चुनाव 2019: झुंझुनू के पिलानी में 35 वार्डों के 170 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया
इस दौरान मौके पर एसडीएम मुरारी लाल शर्मा ने समझाइश करने के बाद भी स्कूल का मेन गेट नहीं खोलने वाले अन्य भड़काने वाले और बाजार में जाने वाला मुख्य रास्ता जाम करने वाले लोगों के खिलाफ उदयपुरवाटी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है. समझाइश करने पर मेन गेट का रास्ता नहीं खोलने वाले 15 बच्चों के खिलाफ भी शिक्षा विभाग में स्कूल की ओर से अनुशासनहीनता करने के कारण 10 दिन के लिए विद्यालय से निलंबित कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें. झुंझुनू के चिड़ावा में करीब 3 साल से स्कूल जाने वाले इस रोड पर भरा है पानी, शिकायत के बाद भी प्रशासन मौन
वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. जिसमें अंदेशा जताते हुए कहा है कि बच्चों के पास इस तरह का आंदोलन करवाने के पीछे किसका हाथ है और किसका नहीं उसकी पूरी तहकीकात कर और जांच की जाएगी. जिसके बाद पूरा मामला मीडिया के सामने खुलासा होगा.