झुंझुनू. रक्षाबंधन के पर्व को भाई और बहन के अटूट प्रेम की निशानी का प्रतिक माना जाता है. इस दिन बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध कर उनसे अपनी रक्षा का वचन लेते हुए उनकी लंबी उम्र की दुआएं भी मांगती है. वहीं भाई भी बहनों की रक्षा का वचन देते हुए उन्हें उपहार भी देते है. इस त्यौहार के लिए उत्साह हर किसी के दिल में साफ दिखाई देता है लेकिन बाजारों में इसकी रौनक अभी भी नहीं देखी जा रही. सूरजगढ़ कस्बे का बाजार भी रक्षाबंधन के त्यौहार पर पूरी तरह से गुलजार नजर नहीं आया है.
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सूरजगढ़ के बाजारों में रक्षा बंधन के 15 दिन पूर्व ही खरीददारों की भीड़ नजर आया करती थी. इस बार 15 अगस्त को आने वाले राखी के त्यौहार को चार दिन ही शेष बचे है. लेकिन इसके बावजूद अभी बाजार गुलजार नहीं हुए है. रविवार को छुट्टी का दिन होने के बाद भी दुकानों पर ग्राहकों का टोटा नजर आया. दुकानों पर इक्के दुक्के ग्राहक ही नजर आए.
वर्षो से राखी का काम करने वाले राजकुमार शर्मा ने बताया की इस बार धंधा काफी मंदा है. गत वर्षों में राखी के त्यौहार पर कार्य ठीक चलता रहता था. इस बार व्यापार पूरी तरह से ठप पड़ा है. युवा व्यापारी शुभाष ने राजकुमार की भांति ही बाजार के मंदा रहने की बात कहते हुए इस पर चिंता जताई.