झुंझुनू. 21 फरवरी को इटली का कोरोना वायरस से पॉजिटिव टूरिस्ट झुंझुनू जिले के मंडावा शहर में घूम कर चला गया. जयपुर में 1 मार्च को उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई. जिसके बाद जिले में कोरोना का प्रभाव दिखाई देने लगा.
वहीं, ऐसे में झुंझुनू जिला कलेक्टर ने अपने अधिकारियों के साथ मंडावा में मोर्चा संभाला और सराहनीय काम किया. उन्होंने वहां पर लगातार दो बार स्क्रीनिंग करवाकर करीब 50 हजार लोगों तक चिकित्सा विभाग की सर्वे टीमों को पहुंचाया. इसमें कोई भी कोरोना वायरस पॉजिटिव नहीं मिला. वहीं, इसे देखकर मंडावा शहर और उसके आसपास के लोगों में ये विश्वास पैदा हुआ कि सरकार और प्रशासन उनके साथ है.
17 मार्च को एक बार फिर इटली से लौटे दंपत्ति और उनकी बच्ची के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आई. ऐसे में जिला कलेक्टर यूडी खान ने राज्य सरकार से बात कर तुरंत ही उस क्षेत्र को पूरी तरह से सीज किया और करीब डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया. इस दौरान उन्होंने पूरे जिले के लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की.
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वहीं, जिला कलेक्टर ने जेजेटी यूनिवर्सिटी और सिंघानिया यूनिवर्सिटी सहित कई बिल्डिंगों को अधिग्रहण करने के आदेश निकाले, जिससे जो लोग विदेशों से आए हैं उनको इन बिल्डिंगों में रखा जाए. साथ ही संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. ऐसे में अब तक इटली से लौटे 3, खाड़ी देशों से आए 4 और फिलीपींस से लौटे एक छात्र को पॉजिटिव पाया गया है. जिन्हें सिंघानिया यूनिवर्सिटी के क्वारंटीन वार्ड में रखा गया.
वहीं, जब इस बारे में जिला कलेक्टर यूडी खान ने कहा कि उन्हें संतोष का अनुभव होता है कि ऐसे कठिन समय में एक जिम्मेदारी दे रखी है और उसको वो पूरा करने में जुटे हैं.