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जम्मू कश्मीर में होने वाले ग्लोबल समिट से दूर करो चाइना को : स्वदेशी जागरण मंच

कभी स्वदेशी के लिए लंबी लड़ाई लड़ने वाले स्वदेशी जागरण मंच लंबे समय के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है. संगठन की ओर से अब एक बार वापस चाइना के बहिष्कार की अपील की है. मंच की ओर से शुक्रवार को झुंझुनू में प्रदर्शन किया गया.

ग्लोबल समिट न्यूज, स्वदेशी जागरण मंच,Global Summit News, Swadeshi Jagran Manch
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Published : Aug 23, 2019, 8:06 PM IST

झुंझुनू. स्वदेशी जागरण मंच की ओर से जम्मू कश्मीर में 12 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में चाइना का बहिष्कार कर दूर रखने की मांग की है. बता दें कि मंच की ओर से शुक्रवार को झुंझुनू में प्रदर्शन किया गया.

स्वदेशी जागरण मंच ने चाइना के बहिष्कार की अपील की

वक्ताओं ने आरोप लगाया कि चीनी कंपनियां भारत में सस्ते मशीनरी उपकरण, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता वस्तुएं, और टायर परियोजना वस्तुओं का निर्यात कर भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान कर रहे हैं. इसके अलावा टिकटोक और हेलो जैसे एप से भारतीय और विशेषकर कश्मीरी युवकों के दिमाग को दूषित करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए चीनी कंपनियों को समिट में हिस्सा लेने से रोकने के अलावा किसी भी तरह का निवेश भी चाइना का जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए.

पढ़ें- कश्मीर से कम नहीं है राजसमंद का ये प्रसिद्ध गोरम घाट पर्यटक स्थल

कंपनियों के बहिष्कार का भी आह्वान

स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक राजकुमार शर्मा ने बताया कि स्वदेशी जागरण मंच लगातार चीनी सामान और चीनी कंपनियों के बहिष्कार का आह्वान करते रहे हैं. चाइना भारत के आर्थिक मामलों में हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है और इसलिए चीनी टेलीकॉम कंपनियां जम्मू कश्मीर में सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा कर सकते हैं.

झुंझुनू. स्वदेशी जागरण मंच की ओर से जम्मू कश्मीर में 12 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में चाइना का बहिष्कार कर दूर रखने की मांग की है. बता दें कि मंच की ओर से शुक्रवार को झुंझुनू में प्रदर्शन किया गया.

स्वदेशी जागरण मंच ने चाइना के बहिष्कार की अपील की

वक्ताओं ने आरोप लगाया कि चीनी कंपनियां भारत में सस्ते मशीनरी उपकरण, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता वस्तुएं, और टायर परियोजना वस्तुओं का निर्यात कर भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान कर रहे हैं. इसके अलावा टिकटोक और हेलो जैसे एप से भारतीय और विशेषकर कश्मीरी युवकों के दिमाग को दूषित करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए चीनी कंपनियों को समिट में हिस्सा लेने से रोकने के अलावा किसी भी तरह का निवेश भी चाइना का जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए.

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कंपनियों के बहिष्कार का भी आह्वान

स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक राजकुमार शर्मा ने बताया कि स्वदेशी जागरण मंच लगातार चीनी सामान और चीनी कंपनियों के बहिष्कार का आह्वान करते रहे हैं. चाइना भारत के आर्थिक मामलों में हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है और इसलिए चीनी टेलीकॉम कंपनियां जम्मू कश्मीर में सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा कर सकते हैं.

Intro:कभी स्वदेशी के लिए लंबी लड़ाई लड़ने वाले स्वदेशी जागरण मंच लंबे समय तक चुप्पी तोड़ी है। संगठन की ओर से अब एक बार वापस चाइना के बहिष्कार की अपील की है।


Body:झुंझुनू। स्वदेशी जागरण मंच की और से जम्मू कश्मीर में 12 से 14 अक्टूबर तक होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में चाइना का बहिष्कार कर दूर रखने की मांग की है। मंच की ओर से शुक्रवार को झुंझुनू में प्रदर्शन किया गया वक्ताओं ने आरोप लगाया कि चीनी कंपनियां भारत में सस्ते मशीनरी उपकरण, इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक्स,उपभोक्ता वस्तुएं,टायर परियोजना वस्तुओं का निर्यात कर भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान कर रहे हैं। इसके अलावा टिकटोक व हेलो जैसे एप से भारतीय व विशेषकर कश्मीरी युवकों के दिमाग को दूषित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए चीनी कंपनियों को समिट में हिस्सा लेने से रोकने के अलावा किसी भी तरह का निवेश भी चाइना का जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए।

कंपनियों के बहिष्कार का भी आह्वान
स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक राजकुमार शर्मा ने बताया है कि स्वदेशी जागरण मंच लगातार चीनी सामान व चीनी कंपनियों के बहिष्कार का आह्वान करते रहे हैं। चाइना भारत के आर्थिक मामलों में हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है और इसलिए चीनी टेलीकॉम कंपनियां जम्मू कश्मीर में सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा कर सकते हैं।

वाइट
स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक राजकुमार शर्मा


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