जयपुर. डीजीपी एमएल लाठर ने सभी रेंज आईजी को रेंज के अंतर्गत आने वाले अलग-अलग जिलों में डिकॉय ऑपरेशन करने के निर्देश दिए गए हैं. डीजीपी के निर्देश पर रेंज आईजी जयपुर की स्पेशल टीम ने झुंझुनू जिले में डिकॉय ऑपरेशन किया गया. इस दौरान रात 8 बजे बाद अवैध रूप से शराब बिकती हुई मिलने पर 4 प्रकरण दर्ज किए गए हैं.
इसके साथ ही पुलिस थाने की कार्यप्रणाली में भी अनेक तरह की अनियमितताएं पाई गई है. जिस पर विशेष टीम द्वारा एक रिपोर्ट तैयार कर आईजी ऑफिस में दी गई है. रेंज आईजी जयपुर एस सेंगाथिर ने बताया कि झुंझुनू जिले के सूरजगढ़ थाना क्षेत्र में रात 8 बजे बाद अवैध रूप से शराब बेचे जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी. जिस पर रेंज ऑफिस से एडिशनल एसपी और सब इंस्पेक्टर की एक टीम दबिश देने के लिए सूरजगढ़ भेजी गई. टीम ने चार अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी गई और चारों ही स्थानों पर रात 8 बजे बाद अवैध रूप से शराब बिकती हुई पाई गई. जिस पर स्पेशल टीम ने सूरजगढ़ थाने में चार अलग-अलग प्रकरण दर्ज करवाए गए हैं.
डिकॉय ऑपरेशन के दौरान सूरजगढ़ थाने की कार्यप्रणाली में भी कई अनियमितताएं प्राप्त हुई हैं. जिसकी रिपोर्ट स्पेशल टीम द्वारा रेंज आईजी को सौंपी गई है और रेंज आई द्वारा वह रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय की विजिलेंस शाखा को भेजी गई है. वहीं रात 8 बजे बाद अवैध रूप से शराब बिकती हुई मिलने पर थानाधिकारी की अप्रत्यक्ष रूप से संलिप्त था पाई गई है जिस पर विजिलेंस शाखा द्वारा जांच की जा रही है.
जयपुर में डिकॉय ऑपरेशन के दौरान बजरी माफियाओं ने उगले राज
राजधानी जयपुर में विशेष टीम ने डिकॉय ऑपरेशन कर पुलिसकर्मियों की बजरी माफियाओं से सांठगांठ उजागर की गई. जिस पर 16 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया है. डिकॉय ऑपरेशन के दौरान बजरी माफियाओं से हुई जांच पड़ताल में यह चौकाने वाला खुलासा हुआ है कि रोजाना राजधानी जयपुर में बड़ी तादाद में अवैध रूप से बजरी परिवहन किया जा रहा है.
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मानसरोवर थाना इलाके में नारायण विहार से रोजाना अवैध बजरी परिवहन में लगे हुए 20 से ज्यादा ट्रक निकलते हैं. वहीं टोंक से जो अवैध बजरी परिवहन कर जयपुर में लाई जा रही है, उसमें बरौनी, बोली, निवाई, दत्तवास, गुणसी चौकी, चाकसू, शिवदासपुरा, सांगानेर सदर, प्रतापनगर और जवाहर सर्किल थाना पड़ता है. जहां प्रत्येक थाने में 30 हजार रुपए प्रति चक्कर के हिसाब से दिए जाते हैं. डिकॉय ऑपरेशन के दौरान जो भी तथ्य सामने आए हैं, उनकी रिपोर्ट बनाकर पुलिस मुख्यालय की विजिलेंस शाखा को भेजी गई है और अब इस पूरे प्रकरण में विजिलेंस शाखा द्वारा जांच की जा रही है.