झुंझुनूं. CAA और NRC के खिलाफ दिल्ली में चल रहे विरोध प्रदर्शन के अड्डा बने शाहीन बाग की तर्ज पर झुंझुनू में शुरू हुआ धरना प्रदर्शन 56 घंटे के बाद आखिरकार खत्म हो गया है. इस दौरान महिलाओं ने जमकर नारे लगाए और संप्रदायिकता और बांटने की राजनीति से आजादी की मांग की. उन्होंने गांधी भगत सिंह और अंबेडकर वाली आजादी की भी मांग करते हुए दोनों हाथों से NRC और CAA के खिलाफ जंग लड़ने की बात भी कही.
इसके अलावा संविधान की भी महिलाओं की ओर से शपथ ली गई. इसके बाद महिलाओं ने 56 घंटे के शाहीन बाग का धरना खत्म कर दिया हो लेकिन इसके साथ ही यह भी ऐलान किया है कि वे CAA और NRC का विरोध जारी रखेंगे और इसके खिलाफ और भी बड़ा आंदोलन खड़ा करना पड़ा तो वे तैयार रहेंगी. उन्होंने आशा जताई की प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति उनके आंदोलन को सकारात्मक लेंगे तथा दोनों ही पर पुनर्विचार करेंगे.
पढ़ें- झुंझुनूं: पुलवामा शहीदों को दी श्रद्धांजलि, SIF ने की न्यायिक जांच की मांग
1 सप्ताह पहले चला अभियान
सर्व लोकतांत्रिक मंच की ओर से करीब 1 सप्ताह तक पूरे शहर में CAA और NRC के खिलाफ जनजागृति लाने के बाद रविवार को यह धरना शुरू किया था. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 56 इंच के सीने का भाजपा की ओर से प्रचार के खिलाफ 56 घंटे का शाहीन बाग के नाम से यह धरना शुरू किया गया था.