झुंझुनू. राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बच्चों के संरक्षण के संबंध में एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में बच्चों के संरक्षण के लिए कृत संकल्पित हैं. उन्होंने कहा कि सभी बच्चे अनमोल हैं, वह बच्चा चाहे राजस्थान का हो या त्रिपुरा का हो.
बेनीवाल ने कहा कि बच्चों के हक की लड़ाई के लिए राज्य सरकार और आयोग तथा वे स्वयं सदैव तत्पर रहेंगे. सर्किट हाउस में बेनीवाल ने कहा कि बाल तस्करी के तहत त्रिपुरा की एक बेटी बहकावे और तस्करों का शिकार होकर झुंझुनू में आ गई थी. इसके बाद मामला पहले पुलिस में था, बाद में राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग में पहुंचा था.
बालिका को रखा था संरक्षण में
आयोग ने जिला प्रशासन की मदद से इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उस बालिका को अपने सरंक्षण में रखा. बच्ची को त्रिपुरा से आई चार सदस्यीय टीम को सुपुर्द कर दिया गया. अब वह त्रिपुरा जाएंगे, जहां से आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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बेनीवाल ने झुंझुनू में राजकीय बालिका गृह नहीं होने के कारण आ रही परेशानियों का समाधान करने पर जल्द एक बालिका गृह प्रारंभ करने का आश्वासन प्रदान दिया. झुंझुनू स्वाधार गृह का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ बाल आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा, आयोग के उप निदेशक पवन पूनिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के नरेश बारोठिया, महिला अधिकारिता विभाग के विप्लव न्यौला, सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक बाबूलाल रेगर, उपभोक्ता मंच के सदस्य मनोज मील सहित अन्य विभागीय अधिकारी और त्रिपुरा की टीम के सदस्य भी उपस्थित रहे.