झुंझुनू. कृषि कानूनों के विरोध में बीजेपी से अलग रास्ता अख्तियार करने वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी किसान बाहुल इलाके झुंझुनू में अपना नया आधार खोजने में जुटी है. भाजपा से अलग होने के बाद जहां एक तरफ पार्टी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच गए हैं तो दूसरी ओर उनका कैडर किसानों के जत्थे को शाहजहांपुर बॉर्डर के लिए रवाना कर रहा है. इस बारे में आयोजित प्रेस वार्ता में आरएलपी के पदाधिकारियों ने दावा किया है कि पार्टी ग्रामीण इलाकों में किसानों को जागरूकता का कार्यक्रम भी चला रही है.
हर गांव से लोग भेजने की तैयारी
ऐसे में आरएलपी का प्रयास है कि हर गांव से कम से कम कुछ किसान कृषि कानून के विरोध में बॉर्डर पर जाए. साथ ही किसानों को यह भी लगना चाहिए कि आरएलपी ने किसानों के मुद्दे पर भाजपा जैसी बड़ी पार्टी का साथ छोड़ दिया है.
चुनाव में नहीं मिली थी खास सफलता
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गौरतलब है कि आरएलपी ने विधानसभा चुनाव में झुंझुनू की 4 विधानसभा सीटों पर अपना भाग्य आजमाया था लेकिन यहां कोई खास सफलता नहीं मिल पाई थी. पार्टी की नवलगढ़ प्रत्याशी प्रतिभा जरूर 8000 से ज्यादा वोट ले पाने में सफल रही. वही अन्य जगहों पर प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. हनुमान बेनीवाल ने भी उस समय यहां पर सभाएं भी की थी. लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ था. लेकिन अब पार्टी यह सोचती है कि किसान इलाका होने से आरएलपी को यहां पर भविष्य में बढ़त मिल सकती है.