झुंझुनू. जिले में आदर्श आचार संहिता और धारा 144 लागू होने के बावजूद दलित समाज ने शुक्रवार को धरना दिया. वहीं, दलित समाज ने धरना देकर अत्याचार के आरोप जड़े. दलित समाज की ओर से इसे न्याय सभा का नाम दिया गया. वहीं, धरने में शामिल भीम आर्मी की ओर से आरोप लगाया है कि जिले में दलितों के साथ अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन उनके मुकदमे दर्ज नहीं हो रही है.
वहीं, धरने के दौरान वक्ताओं ने कहा कि एक लड़की कुछ दिन पहले कचरा डालने घर से बाहर गई, उस समय दिनेश पुत्र लीलाराम ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और उसके साथ मारपीट की. उन्होंने कहा कि लड़के ने लड़की के सिर पर पत्थर मारा और नीचे गिरा दिया. वहीं, नीचे गिरने से उसका हाथ भी टूट गया. पीड़ित ने इस संदर्भ में जिला प्रशासन से आरोपी को पकड़ कर कानूनी कार्रवाई की गुहार लगाई, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है.
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भीम सेना के अध्यक्ष सुरेंद्र मेघवाल ने कहा कि जब से जिले में नए पुलिस अधीक्षक आए हैं तब से कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने पुलिस अधीक्षक पर आरोप लगाते हुए कहा कि नए पुलिस अधीक्षक जब से आए हैं तब से बहुजन समाज पर हो रहे अत्याचारों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि पुलिस पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है.