सूरजगढ़ (झुंझुनू). प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ रहे अपराधों की रोकथाम के लिए सरकार की तरफ से काफी प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए पुलिस ने प्रदेशभर में विशेष अभियान ऑपरेशन 'बेखौफ आवाज' चला रखा है. इस अभियान के जरिए पुलिस लोगों को महिला अपराधों पर लगाम लगाने के लिए जागरूक कर रही है.
रविवार को आवाज अभियान के तहत पिलानी पुलिस ने काजड़ा गांव के विवेकानंद पब्लिक सीनियर स्कूल प्रांगण में विशेष बैठक का आयोजन किया. इस बैठक की अध्यक्षता महिला सरपंच मंजू तंवर ने की.बैठक में ASI ऋषिपाल सिंह और बीट कॉन्स्टेबल बौदूराम मीणा ने महिलाओं को आत्मरक्षा, अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने, और बच्चे-बच्चियों को संस्कार पोषित शिक्षा देना के लिए लोगों को जागरूक किया. साथ ही महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए कानून के बारे में जानकारी प्रदान की.
ये भी पढ़ेंः कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वल्लभ भाई पटेल और इंदिरा गांधी के चित्र पर अर्पित किए श्रद्धा सुमन
सरपंच मंजू तंवर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें लड़का और लड़की में भेदभाव नहीं करना है. जरूरत से ज्यादा प्यार देना बच्चों को विष देने के समान है. साथ ही हम सबको अपने बच्चों को बुजुर्गों के पास में बैठने का मौका देना चाहिए और प्रयास करने चाहिएं की हमारा परिवार संगठित रहें. इस मौके पर शिक्षाविद मनजीत सिंह तंवर, वार्ड पंच ऊषा मेघवाल, पंच संतरा जांगीड़, चंद्रकला शर्मा, उषा देवी, भावना शर्मा, मणि देवी, नेहा स्वामी, ममता शेखावत, सुमन गुर्जर, माया कुमावत, सुनीता स्वामी, सरोज सैनी, कविता मेघवाल और सुमन सैनी सहित काफी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं.